Site icon News देखो

गढ़वा में प्रेम प्रसंग के विवाद ने लिया हिंसक रूप, करमडीह चौक पर चली गोलियों की गुत्थी सुलझी, एक गिरफ्तार

#गढ़वा #फायरिंग : प्रेम कहानी के प्रतिशोध में हुआ हमला, पुलिस ने सुलझाई गुत्थी

गढ़वा जिले के मझिआंव थाना क्षेत्र के करमडीह चौक पर 10 जुलाई को हुई गोलीबारी की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि यह घटना महज आपसी विवाद नहीं, बल्कि एक अधूरी प्रेम कहानी और प्रतिशोध से उपजी हिंसा का परिणाम है। पुलिस ने मुख्य आरोपी शेख लड्डू को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार आरोपी ट्विंकल खान की तलाश जारी है।

घटना का सिलसिला: कैसे बनी प्रेम कहानी खतरनाक साजिश

पुलिस जांच में सामने आया कि इस वारदात की जड़ एक प्रेम प्रसंग से जुड़ी है। कुछ महीने पहले समीम खान का बेटा अफजल खान साकिब खान की बेटी से शादी करना चाहता था, लेकिन लड़की के परिवार ने यह रिश्ता ठुकरा दिया। इस असहमति के कुछ दिनों बाद अफजल की मुंबई रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध मौत हो गई।

परिवार और दोस्तों को शक हुआ कि यह साधारण हादसा नहीं, बल्कि हत्या है। शक की सुई लड़की के पिता साकिब खान पर टिकी। अफजल के दोस्तों में गुस्सा बढ़ता गया और उन्होंने बदला लेने की योजना बनाई।

गोलीकांड का दिन: करमडीह चौक बना दहशत का गवाह

10 जुलाई की दोपहर, जब साकिब खान करमडीह चौक पर कार में बैठकर पान खा रहे थे, तभी बाइक पर आए दो युवक अचानक तीन राउंड फायरिंग कर फरार हो गए। गोली साकिब के बाएं हाथ में लगी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। गनीमत रही कि उनकी जान बच गई।

जांच में सामने आया पूरा षड्यंत्र

एसडीपीओ नीरज कुमार ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि घटना के बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल लोकेशन और गवाहों के बयान के आधार पर जांच शुरू की। जल्द ही पुलिस के हाथ शेख लड्डू तक पहुंचे।

गढ़वा एसडीपीओ नीरज कुमार ने कहा: “पूरी वारदात की योजना अफजल के दोस्तों ने बदले की भावना से बनाई थी। हमने मुख्य आरोपी शेख लड्डू को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है और उसकी निशानदेही पर हथियार भी बरामद किए हैं।”

हथियारों का जखीरा और फरार आरोपी की तलाश

शेख लड्डू की निशानदेही पर पुलिस ने घुरुआ गांव के एक खपरैल मकान से दो पिस्टल, एक देसी कट्टा और चार जिंदा कारतूस बरामद किए। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली गई है। अब पुलिस फरार आरोपी ट्विंकल खान की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है।

न्यूज़ देखो: प्रतिशोध ने फिर बिगाड़ा सामाजिक संतुलन

इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रेम और रिश्तों से उपजा विवाद जब हिंसा का रूप लेता है, तो निर्दोषों तक की जान खतरे में पड़ सकती है। यह सिर्फ एक पुलिस केस नहीं, बल्कि सामाजिक चेतावनी है कि व्यक्तिगत मतभेदों को कानून के दायरे में सुलझाना ही सबसे बड़ा समाधान है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

हिंसा नहीं, संवेदनशीलता अपनाएं

अब समय है कि हम सब मिलकर समाज में हिंसा की बजाय संवाद और संवेदनशीलता का माहौल बनाएं। कानून को अपना काम करने दें और निजी प्रतिशोध से दूर रहें। अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस खबर को दोस्तों व परिवार के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।

Exit mobile version