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पाटन प्रखंड में किसानों के बीच मडुवा बीज का वितरण, NFSM योजना के तहत बढ़ावा मिलेगा मोटे अनाज उत्पादन को

#पलामू #NFSM_बीज_वितरण : बृहमोरिया और बुड्ढी गांव के किसानों को मिला मडुवा बीज — पाटन BDO और कृषि विभाग की टीम ने किया वितरण

बृहमोरिया और बुड्ढी गांव के किसानों को NFSM योजना का लाभ

25 जून 2025 को पलामू जिले के पाटन प्रखंड अंतर्गत कांके कला पंचायत के बृहमोरिया और कस्वाखाड़ पंचायत के बुड्ढी गांव में किसानों को NFSM योजना के तहत मडुवा बीज वितरित किया गया।
यह वितरण प्रखंड विकास पदाधिकारी की अगुवाई में हुआ, जिसमें प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहायक तकनीकी प्रबंधक, जनसेवक और बड़ी संख्या में स्थानीय महिला व पुरुष किसान उपस्थित रहे।

खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत मडुवा को बढ़ावा

मोटे अनाज को बढ़ावा देने और किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (NFSM) के तहत इस प्रकार का बीज वितरण कार्यक्रम पूरे राज्य में संचालित किया जा रहा है।
मडुवा (रागी) एक पौष्टिक और जलवायु-लचीला फसल है जो सूखाग्रस्त और कम उपजाऊ इलाकों में भी अच्छी पैदावार देता है।

प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने कहा: “मडुवा जैसे मोटे अनाजों की खेती से न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि पोषण सुरक्षा को भी मजबूती मिलेगी।”

जागरूकता और सहभागिता बनी कार्यक्रम की खासियत

कार्यक्रम के दौरान किसानों को मडुवा की खेती के तरीके, सिंचाई और बाजार में संभावित मांग के बारे में जानकारी दी गई।
महिला किसानों की भी सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि को लेकर नई जागरूकता का संचार हो रहा है।

एक महिला किसान ने कहा: “सरकार से पहली बार इस तरह की सहायता मिली है, हम अब इस बीज से खेती करेंगे और बेहतर पैदावार की उम्मीद है।”

न्यूज़ देखो: आत्मनिर्भर किसान, मजबूत ग्रामीण अर्थव्यवस्था

NFSM योजना के तहत बीज वितरण का यह प्रयास किसानों की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम है।
इससे ग्रामीण क्षेत्रों में मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहन मिलेगा, जो स्वस्थ जीवन, बेहतर पोषण और पर्यावरण के अनुकूल खेती का मजबूत आधार है।
न्यूज़ देखो ऐसे कार्यक्रमों की निरंतर निगरानी और प्रचार-प्रसार के जरिए किसानों के हितों की आवाज बुलंद करता रहेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

खेती को बनाएं गर्व का विषय, बीज से बदलाव की शुरुआत करें

आज जरूरत है कि नई तकनीकों और योजनाओं का लाभ उठाकर किसान भाई-बहन अपनी जमीन की क्षमता को बढ़ाएं।
सरकारी योजनाओं में भागीदारी बढ़ाएं, और अपने अनुभव दूसरों के साथ साझा करें।
इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दें, रेट करें और उन किसानों तक जरूर पहुंचाएं जो इस जानकारी से लाभान्वित हो सकते हैं।

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