Site icon News देखो

केतार प्रखंड में भ्रष्टाचार पर जिला परिषद अध्यक्षा की फटकार, कई अधिकारी मिले गैरहाज़िर

#गढ़वा #केतारप्रखंडनिरीक्षण — योजनाओं में लेटलतीफी और पैसों की मांग पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, जिला परिषद अध्यक्षा ने दी कार्रवाई की चेतावनी

ग्रामीणों की शिकायत पर केतार पहुंची जिला परिषद अध्यक्ष

केतार (गढ़वा), 25 जून: गढ़वा जिला परिषद की अध्यक्षा शांति देवी ने बुधवार को केतार प्रखंड सह अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा लगातार की जा रही भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही की शिकायतों के बाद किया गया।

निरीक्षण के दौरान कई पदाधिकारी कार्यालय से नदारद मिले, जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारी क्षेत्र भ्रमण पर होने की जानकारी दी गई। मौके पर मौजूद बीपीओ नीरज पाल को लेकर ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए कि वह बिना पैसे के किसी योजना या भुगतान पर सहमति नहीं देते।

बीपीओ को मिली सख्त चेतावनी

शांति देवी ने बीपीओ को फटकारते हुए कहा:

“यदि ग्रामीणों को योजनाओं में बेवजह परेशान किया गया, तो मैं व्यक्तिगत रूप से इसकी शिकायत उपायुक्त और मुख्यमंत्री तक भेजूंगी।”

उन्होंने चेताया कि कार्यशैली में तत्काल सुधार लाया जाए, अन्यथा कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

कूप निर्माण कार्यों में मजदूरी नहीं, मास्टर रोल जीरो

निरीक्षण के दौरान ग्रामीण अशोक ठाकुर ने बताया कि कूप निर्माण जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं में मास्टर रोल को शून्य कर दिया गया है, जिससे ग्रामीण मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल पा रही है। इस पर भी जिला परिषद अध्यक्षा ने जवाब तलब करते हुए अधिकारियों से स्पष्ट रिपोर्ट मांगी।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी

इस मौके पर प्रखंड प्रमुख चंद्रावती देवी, जिला परिषद सदस्य ज्वाला प्रसाद, उप प्रमुख शंभू सिंह खरवार, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष लालेश्वर राम, संगठन सचिव संजय वर्मा समेत दर्जनों स्थानीय नेता एवं ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने प्रखंड प्रशासन की उदासीनता और भ्रष्टाचार पर नाराजगी जताई।

क्या कहती हैं शांति देवी?

निरीक्षण के बाद शांति देवी ने कहा:

“केतार प्रखंड कार्यालय में भ्रष्टाचार की स्थिति बेहद गंभीर है। मुझे आज दर्जनों आवेदन और ऑडियो रिकॉर्डिंग ग्रामीणों ने सौंपे हैं। मैं इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजूंगी और जरूरी हुआ तो जांच की अनुशंसा भी करूंगी।”

न्यूज़ देखो: जनता के हित में प्रशासनिक जवाबदेही जरूरी

न्यूज़ देखो मानता है कि प्रखंड स्तरीय लापरवाही और भ्रष्टाचार पर जनता का आक्रोश जायज़ है। गढ़वा जिले के लिए यह एक पुनर्विचार का क्षण है, जब निचले स्तर के अधिकारियों को भी उत्तरदायी और पारदर्शी कार्यशैली अपनानी चाहिए।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बदलाव की शुरुआत नीचे से हो

प्रखंड कार्यालयों में यदि आम जनता की सुनवाई नहीं होगी, तो सरकारी योजनाओं का कोई मतलब नहीं रह जाता। ऐसे में स्थानीय प्रतिनिधियों और मीडिया की निगरानी ही जवाबदेही की रीढ़ बनती है। आइए हम सब मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाएं और विकास की रफ्तार को सुनिश्चित करें।

Exit mobile version