
#सिमडेगा #खेल_प्रतियोगिता : झिरकामुंडा वॉव हब भवन में आयोजित प्रतियोगिता में उत्साह से उतरे पहलवान, पिपरा पलामू में राज्यस्तरीय मुकाबले में दिखाएंगे दम।
- सिमडेगा जिला स्तरीय महिला एवं पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता 2025 का आयोजन 12 नवम्बर 2025 को हुआ।
- स्थल – कुरडेग के झिरकामुंडा स्थित वॉव हब भवन।
- प्रतियोगिता में महिला और पुरुष वर्गों के विभिन्न भार वर्गों के खिलाड़ियों ने लिया भाग।
- विजेताओं का चयन राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता, पिपरा (पलामू) के लिए किया गया।
- कार्यक्रम में कोच संजय ठाकुर और सुनील कुमार रहे मौजूद।
सिमडेगा जिले के कुरडेग प्रखंड के झिरकामुंडा स्थित वॉव हब भवन में 12 नवम्बर 2025 को जिला स्तरीय महिला एवं पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता सह चयन ट्रायल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए युवा पहलवानों ने दमखम दिखाते हुए अपनी कुश्ती प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों में खासा उत्साह देखने को मिला।
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हुए चयन
विभिन्न भार वर्गों में विजेता घोषित किए गए खिलाड़ियों का चयन झारखंड राज्य स्तरीय महिला एवं पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता के लिए किया गया है, जो 14 से 16 नवम्बर 2025 तक पिपरा, पलामू में आयोजित होगी।
महिला वर्ग के चयनित खिलाड़ी
- पूजा कुमारी – 53 किलोग्राम
- खुर्शिता टोप्पो – 46 किलोग्राम
- होलिका कुमारी – 43 किलोग्राम
- अनुराधा कुमारी – 50 किलोग्राम
- अंजना कुजूर – 66 किलोग्राम
- सरस्वती कुमारी – 55 किलोग्राम
पुरुष वर्ग के चयनित खिलाड़ी
- सचिन लकड़ा – 56 किलोग्राम
- श्याम राउत – 53 किलोग्राम
- प्रमेश्वर यादव – 43 किलोग्राम
- मृत्युंजय सिंह – 55 किलोग्राम
आयोजन स्थल पर उत्साह और जोश का माहौल
कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों ने पूरे जोश और जज्बे के साथ मुकाबले किए। दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा माहौल गुंजायमान कर दिया। स्थानीय स्तर पर इस तरह के आयोजनों से ग्रामीण युवाओं में खेल के प्रति रुचि और आत्मविश्वास बढ़ रहा है।
इस अवसर पर कुश्ती संघ सिमडेगा के कोच संजय ठाकुर और सुनील कुमार उपस्थित रहे। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि –
कोच संजय ठाकुर ने कहा: “यह प्रतियोगिता न सिर्फ प्रतिभाओं को पहचान देने का अवसर है, बल्कि खेल के माध्यम से अनुशासन और आत्मविश्वास की भावना भी जगाती है।”
उन्होंने आगे कहा कि सिमडेगा जिले में कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
सिमडेगा की नई खेल प्रतिभाएँ उभर रहीं
सिमडेगा लंबे समय से हॉकी जैसे खेलों के लिए प्रसिद्ध रहा है, लेकिन अब यहां के युवा पारंपरिक खेल कुश्ती में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि खेल के लिए संसाधनों से अधिक जरूरी है जुनून और मेहनत।
जिला स्तर से चयनित खिलाड़ी अब पिपरा, पलामू में आयोजित राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे और झारखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले इन खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण सत्र भी प्रदान किए जाएंगे ताकि वे प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
न्यूज़ देखो: सिमडेगा की मिट्टी में खेलों की नई ऊर्जा
सिमडेगा जैसे जिले में ऐसे आयोजन ग्रामीण खेल प्रतिभाओं के लिए वरदान हैं। जब स्थानीय स्तर पर खिलाड़ियों को अवसर और मंच मिलते हैं, तब वे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन कर सकते हैं। प्रशासन और खेल विभाग की ऐसी पहल से न सिर्फ खेलों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि युवाओं को सकारात्मक दिशा भी मिलेगी।
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युवाओं में खेल की भावना जगाने की जरूरत
कुश्ती सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और मेहनत का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से न सिर्फ खिलाड़ियों का हौसला बढ़ता है, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना भी मजबूत होती है।
अब समय है कि हम सब ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में सहयोग करें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और सिमडेगा के उभरते खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाएँ।





