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कोडरमा में महिला पंचायत प्रतिनिधियों के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन

#कोडरमा #महिला_सशक्तिकरण : पंचायत नेत्रियों के लिए प्रशिक्षण अभियान का शुभारंभ — नेतृत्व विकास की नई शुरुआत

नेतृत्व विकास की दिशा में एक सशक्त पहल

कोडरमा जिले के डीपीआरसी भवन में आज Revamped RGSA योजना के अंतर्गत आयोजित सशक्त पंचायत-नेत्री अभियान (Empowered Women Panchayat Leader Campaign) की जिला स्तरीय कार्यशाला ने महिला जनप्रतिनिधियों को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान की। इस कार्यशाला के माध्यम से जिले की सभी महिला मुखिया और वार्ड सदस्याओं के लिए शुरू किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की गई।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी को और अधिक प्रभावशाली बनाया जाए, ताकि वे ग्राम स्तर पर सुशासन और सशक्त नेतृत्व प्रदान कर सकें।

दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत

इस अवसर पर जिला परिषद् अध्यक्ष श्री रामधन यादव और जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री प्रिंस गोडविन कुजूर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में जिले भर से निर्वाचित महिला प्रतिनिधि—मुखिया, वार्ड सदस्य, एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे, जिससे कार्यक्रम को एक उत्सवपूर्ण और प्रेरणादायक रूप मिला।

जिला परिषद अध्यक्ष रामधन यादव ने कहा: “महिलाएं अब सिर्फ पंचायतों की शोभा नहीं, बल्कि निर्णय की धुरी बन रही हैं। हमें उन्हें हर स्तर पर सक्षम और आत्मनिर्भर बनाना है।”

प्रशिक्षण के प्रमुख विषय

कार्यशाला में भाग लेने वाली महिला पंचायत प्रतिनिधियों को कई आवश्यक विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से न सिर्फ पंचायत स्तर पर प्रभावी प्रशासन और नीति निर्माण को बल मिलेगा, बल्कि महिला जनप्रतिनिधियों में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता भी विकसित होगी।

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महिला नेतृत्व को मजबूती देना, सुशासन और सामाजिक न्याय के मूल्यों को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का सबसे प्रभावी तरीका है। कोडरमा में आयोजित यह कार्यशाला झारखंड सरकार की प्रतिबद्धता और दृष्टिकोण का परिचायक है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से यह सुनिश्चित होगा कि महिलाएं केवल प्रतिनिधि न रहें, बल्कि निर्णायक नेतृत्वकर्ता बनें।

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नेतृत्व की नई सोच, गांव से बदलाव की ओर

जब पंचायतों की शक्ति महिलाओं के हाथों में सशक्त रूप से सौंप दी जाती है, तो विकास केवल योजनाओं तक सीमित नहीं रहता — वह वास्तविक परिवर्तन का रूप ले लेता है। कोडरमा की यह पहल ग्राम स्वराज के सपने को एक ठोस धरातल देती है।

इस खबर को साझा करें, महिलाओं के सशक्तिकरण की इस यात्रा में अपनी भूमिका निभाएं, और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।

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