
#हुसैनाबाद #दुर्गापूजा : बड़ेपुर गांव में 01 अक्टूबर को झारखंड और बिहार के ब्यासो के बीच रोमांचक दोगोला मुकाबला
- बड़ेपुर गांव, हुसैनाबाद में देवी मंदिर के पास दुर्गा पूजा और दशहरा के अवसर पर दोगोला कार्यक्रम।
- कार्यक्रम का आयोजन दुर्गा पूजा समिति बड़ेपुर द्वारा किया गया।
- मुकाबला झारखंड के राजमुनी ब्यास और बिहार के महावीर यादव के बीच।
- कार्यक्रम का समय रात्रि 8 बजे से शुरू होगा।
- बड़ेपुर पंचायत के समाजसेवी मनीष कुमार सिंह ने लोगों को जानकारी दी और आमंत्रित किया।
हुसैनाबाद के बड़ेपुर गांव में दुर्गा पूजा और दशहरा के शुभ अवसर पर 01 अक्टूबर 2025 को रात्रि 8 बजे दोगोला कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम स्थानीय दुर्गा पूजा समिति की ओर से आयोजित किया गया है और इसमें झारखंड और बिहार के प्रतिभागियों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। आयोजन स्थल देवी मंदिर के पास निर्धारित किया गया है।
मुकाबले की खासियत
इस साल का मुकाबला झारखंड के राजमुनी ब्यास और बिहार के महावीर यादव के बीच होगा। दोनों पक्षों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा और दर्शकों के लिए रोमांचक क्षण की उम्मीद जताई जा रही है। यह कार्यक्रम स्थानीय लोगों के लिए उत्सव का एक महत्वपूर्ण आकर्षण है और दुर्गा पूजा के दौरान सामुदायिक एकता को भी बढ़ावा देगा।
मनीष कुमार सिंह ने कहा: “हम सभी क्षेत्रवासियों को आमंत्रित करते हैं कि वे इस शानदार मुकाबले का हिस्सा बनें और पर्व का आनंद लें।”
कार्यक्रम का आयोजन और आमंत्रण
दुर्गा पूजा समिति बड़ेपुर ने सभी सुरक्षा और व्यवस्था का ध्यान रखते हुए कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली है। आयोजन में दर्शकों के बैठने, प्रकाश और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया है। समिति ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि वे समय पर पहुंचे और कार्यक्रम का आनंद लें।
समिति अध्यक्ष ने कहा: “हमारा उद्देश्य है कि सभी लोग सुरक्षित वातावरण में इस पारंपरिक खेल और उत्सव का आनंद लें।”

न्यूज़ देखो: पर्व के अवसर पर सामुदायिक कार्यक्रम से बढ़ेगी एकता
इस तरह के दोगोला मुकाबले स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने और युवाओं को खेल में भागीदारी के लिए प्रेरित करते हैं। यह कार्यक्रम हुसैनाबाद के लोगों के लिए मनोरंजन और उत्सव का अहम हिस्सा बनता है।
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उत्सव में भागीदारी और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाएं
स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेकर हम न केवल सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रख सकते हैं, बल्कि समुदाय में सहयोग और उत्साह भी बढ़ा सकते हैं। आइए इस दोगोला कार्यक्रम में शामिल हों, अपने बच्चों और परिवार के साथ इसका आनंद लें और अपनी प्रतिक्रिया कमेंट में साझा करें। इस खबर को दोस्तों और पड़ोसियों के साथ साझा करें ताकि सभी इस उत्सव में शामिल हो सकें।