
#बांसजोर #बिजली_व्यवस्था : झामुमो जिला अध्यक्ष की पहल पर डोंगापानी चुन्युटोली में खराब ट्रांसफार्मर बदला गया—ग्रामीणों को पांच महीने बाद मिली रोशनी.
- डोंगापानी चुन्युटोली में 5 महीने से खराब ट्रांसफार्मर के कारण गांव अंधेरे में था।
- समस्या लेकर ग्रामीण झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना से मिले।
- अनिल कंडुलना ने कार्यपालक अभियंता से संपर्क कर तुरंत ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया।
- ग्रामीणों की उपस्थिति में पहान द्वारा फीता काटकर उद्घाटन किया गया।
- गांव में झामुमो जिंदाबाद, हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारों से माहौल गूंज उठा।
- मौके पर नोवास केरकेट्टा, रितेश बड़ाईक, दिलीप बा, अरविंद टेटे, जैलाल गंझु, समुएल तोपनो, रतिया जी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
बांसजोर प्रखंड के बांसजोर पंचायत के डोंगापानी चुन्युटोली गांव के लोगों को लंबे समय से अंधेरे का सामना करना पड़ रहा था। लगभग पांच महीने पहले ट्रांसफार्मर खराब हो जाने के बाद ग्रामीणों को लगातार परेशानी उठानी पड़ रही थी। बिजली कट रहने से रोजमर्रा के काम, बच्चों की पढ़ाई, पानी की सुविधाएं और रात की सुरक्षा — सब प्रभावित हो रहे थे। आखिरकार ग्रामीण अपनी समस्या लेकर झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना के पास पहुंचे। इसके बाद तुरंत प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई हुई और गांव के लिए नया ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया गया। नए ट्रांसफार्मर के लगते ही गांव में खुशी की लहर दौड़ गई और लोगों ने नारेबाजी कर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
गांव में पांच महीने से बिजली संकट
डोंगापानी चुन्युटोली के लोग पिछले 5 महीनों से बिजली के बिना जीवन बिता रहे थे। पुराने ट्रांसफार्मर के जल जाने के बाद कई बार शिकायतें की गईं, मगर समाधान नहीं हो पा रहा था। घरों में अंधेरा, मोबाइल चार्जिंग की दिक्कत, बच्चों की पढ़ाई पर असर और रात के समय असुरक्षा—ये समस्याएँ लगातार बढ़ती जा रही थीं।
ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से निर्णय लेकर झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना से संपर्क किया और पूरी स्थिति बताई।
झामुमो जिला अध्यक्ष की त्वरित कार्रवाई
ग्रामीणों की परेशानी सुनते ही अनिल कंडुलना ने तत्काल बिजली विभाग से बातचीत की।
उन्होंने कार्यपालक अभियंता को स्थिति से अवगत कराया और जल्द से जल्द ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
अनिल कंडुलना ने कहा:
अनिल कंडुलना ने कहा: “हर गांव तक बिजली पहुँचाना सरकार का लक्ष्य है और किसी भी गांव को अंधेरे में रहना नहीं चाहिए। ग्रामीणों की समस्या मेरी समस्या है, इसलिए समाधान तुरंत कराया गया।”
उनकी पहल के बाद नया ट्रांसफार्मर डोंगापानी चुन्युटोली पहुंचाया गया, जिसे देखते ही ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे।
विधिवत उद्घाटन, पहान ने काटा फीता
नए ट्रांसफार्मर को ग्रामीणों की उपस्थिति में पारंपरिक सम्मान के साथ लगाया गया।
गांव के पहान ने विधिवत फीता काटकर उद्घाटन किया।
उद्घाटन के बाद ग्रामीणों ने खुशी व्यक्त करते हुए नारे लगाए:
- झारखंड मुक्ति मोर्चा जिंदाबाद
- हेमंत सोरेन जिंदाबाद
- कल्पना सोरेन जिंदाबाद
- वीर शिबू सोरेन अमर रहें
नारों से पूरा माहौल गूंज उठा।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग
इस मौके पर कई झामुमो नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
- अनिल कंडुलना, झामुमो जिला अध्यक्ष
- नोवास केरकेट्टा, झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य
- रितेश बड़ाईक, झामुमो जिला उपाध्यक्ष
- दिलीप बा, झामुमो जिला युवा मोर्चा कोषाध्यक्ष
- अरविंद टेटे, झामुमो कार्यकर्ता
- जैलाल गंझु
- समुएल तोपनो
- रतिया जी
साथ ही बड़ी संख्या में गांव की महिलाएँ, पुरुष और युवा शामिल थे।
बिजली आने पर ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
गांव में रोशनी लौटने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। बच्चों की पढ़ाई से लेकर घरेलू कामकाज तक अब सबकुछ पटरी पर लौटने की उम्मीद जताई जा रही है। लोगों ने कहा कि पांच महीने की परेशानी आखिरकार खत्म हुई और अब वे सामान्य जीवन जी सकेंगे।
एक ग्रामीण ने कहा: “इतने दिनों से अंधेरे में जीना मुश्किल था। आज गांव में रोशनी लौटी है, यह हमारे लिए बड़ा दिन है।”
प्रशासनिक समन्वय और नेतृत्व की भूमिका
इस कार्य में बिजली विभाग के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सहयोग किया। ट्रांसफार्मर भेजने से लेकर उसकी स्थापना तक पूरे काम को तेजी से पूरा किया गया।
यह दिखाता है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि यदि तत्पर हों तो समस्याएँ शीघ्र हल हो सकती हैं।
न्यूज़ देखो: अंधेरे से रोशनी तक की पहल
डोंगापानी चुन्युटोली में नया ट्रांसफार्मर लगना केवल बिजली बहाल होने की घटना नहीं है, बल्कि यह बताता है कि स्थानीय नेतृत्व और प्रशासनिक सहयोग से किसी भी समस्या का समाधान संभव है। लंबे समय से उपेक्षित गांव को रोशनी मिलना ग्रामीण विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। लोगों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई से जनता का भरोसा भी मजबूत होता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
विकास तभी जब हम सब साथ चलें
डोंगापानी चुन्युटोली की रोशनी हमें याद दिलाती है कि सामूहिक प्रयास और जागरूकता से समस्याएँ टूटती हैं।
गांवों की छोटी परेशानियाँ भी बड़ी हो सकती हैं, लेकिन संवाद और एकजुटता बदलाव की असली ताकत है।
स्थानीय स्तर पर ऐसे प्रयास ग्रामीण विकास को गति देते हैं और समाज में विश्वास की नींव मजबूत करते हैं।





