
#झारखंड #आयुष्मानयोजना : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने आयुष्मान योजना के दुरुपयोग पर दी सख्त चेतावनी — कहा, “निजी अस्पताल मरीजों को एटीएम न समझें, नहीं तो कार्रवाई तय है”
- गरीबों को योजनाओं का पूरा लाभ दिलाना सरकार की प्राथमिकता
- आयुष्मान कार्ड का दुरुपयोग करने पर निजी अस्पतालों को चेतावनी
- 7 साल में 2500 करोड़ से अधिक भुगतान किए अस्पतालों को
- सरकारी अस्पतालों में 7.3 लाख और निजी में 14 लाख मरीजों का हुआ इलाज
- लंबित भुगतान जल्द निपटाने का दिया आश्वासन
इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं: डॉ. इरफान अंसारी
झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने स्पष्ट कहा कि गरीबों को उनका हक का इलाज और योजनाओं का पूरा लाभ मिलना चाहिए।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी भी अस्पताल ने मरीजों के साथ लापरवाही या लाभ लेने में कोताही बरती तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा:
“निजी अस्पताल आयुष्मान कार्ड को एटीएम समझने की भूल न करें, वरना कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी। आप सभी मरीजों का इलाज अच्छे से करें, सरकार हर संभव सहयोग करेगी।”
7 साल में 2500 करोड़ रुपये का हुआ भुगतान
डॉ. अंसारी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक अस्पतालों को 2500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है।
इसमें से:
- सरकारी अस्पतालों में 7.3 लाख मरीजों का इलाज हुआ, जिन पर 485 करोड़ रुपये खर्च हुए।
- निजी अस्पतालों में 14 लाख मरीजों का इलाज हुआ, जिसके लिए 2000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान हुआ।
लंबित भुगतान जल्द होगा क्लियर
स्वास्थ्य मंत्री ने भरोसा दिलाया कि शेष लंबित भुगतान भी जल्द से जल्द निपटाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि योजना में किसी भी प्रकार की धांधली या देरी जनता के हित के खिलाफ है, और इसे सरकार गंभीरता से ले रही है।
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व का उल्लेख करते हुए, डॉ. अंसारी ने कहा कि राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि जनता ने जो विश्वास और आशा जताई है, उस पर खरा उतरते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जा रहा है।
न्यूज़ देखो: आयुष्मान की आयु बनी रहे
आयुष्मान भारत योजना भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रमों में से एक है।
लेकिन जब निजी अस्पताल इसे आर्थिक अवसर मानने लगते हैं और मरीजों को लाभ के बजाय लूट का साधन बना देते हैं, तो योजना की आत्मा को ठेस पहुंचती है।
स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान साफ करता है कि अब लापरवाही और धोखाधड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
न्यूज़ देखो इस पहल का समर्थन करता है और चाहता है कि हर मरीज को न्यायपूर्ण और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जनता को चाहिए जानकारी और जागरूकता
राज्य की योजनाएं तभी सफल होंगी जब जनता को उनका अधिकार मालूम होगा और वे सेवा में गड़बड़ियों की शिकायत करने से न डरें।
आइए हम सब मिलकर एक सशक्त, जागरूक और सुरक्षित स्वास्थ्य व्यवस्था की ओर कदम बढ़ाएं।
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