
#देवघर #केदारनाथहादसा : झारखंड के कांग्रेस विधायक सह स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने उत्तराखंड के केदारनाथ मार्ग पर हुए हेलीकॉप्टर हादसे पर केंद्र सरकार की लापरवाही पर उठाए गंभीर सवाल — बोले: श्रद्धालु आस्था का प्रतीक हैं, उनकी जान की जिम्मेदारी कौन लेगा?
- गौरीकुंड के पास हेलीकॉप्टर क्रैश में 7 श्रद्धालुओं की मौत
- हादसे पर डॉ. इरफान अंसारी ने केंद्र सरकार को घेरा
- सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर के प्रयोग पर जताई कड़ी आपत्ति
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से इस्तीफे की मांग
- देवघर में सुरक्षा की मिसाल देते हुए उठाया सवाल
केदारनाथ मार्ग पर हेलीकॉप्टर हादसे से मचा हड़कंप
उत्तराखंड के केदारनाथ मार्ग पर आज सुबह गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच एक हेलीकॉप्टर क्रैश में 7 लोगों की मौके पर मौत हो गई। मृतकों में एक मासूम बच्चा भी शामिल था। यह हादसा एक बार फिर से केदारनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर गया है।
हेलीकॉप्टर में यात्रा कर रहे सभी श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन को जा रहे थे, लेकिन आधे रास्ते में ही उनकी यात्रा काल में बदल गई।
डॉ. इरफान अंसारी ने उठाए सीधे सवाल
झारखंड के देवघर से कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने इस हादसे को लेकर एक कड़ा राजनीतिक बयान जारी किया है। उन्होंने सोशल मीडिया और प्रेस के माध्यम से केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए पूछा:
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा:
“हर साल केदारनाथ यात्रा में हादसे क्यों? केंद्र सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा में इतनी लापरवाह क्यों है? सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का प्रयोग बंद क्यों नहीं होता? केंद्रीय उड्डयन मंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि श्रद्धालु केवल यात्री नहीं, आस्था का प्रतीक होते हैं और उनकी जान की जिम्मेदारी सरकार की है।
देवघर की व्यवस्था से तुलना, केंद्र पर हमला
डॉ. अंसारी ने अपने बयान में कहा कि देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन वहां सरकार की सजगता और चौकसी के कारण ऐसी कोई त्रासदी नहीं होती। उन्होंने देवघर प्रशासन की व्यवस्था को आदर्श बताते हुए पूछा कि:
“अगर देवघर में सुरक्षा की इतनी पुख्ता व्यवस्था हो सकती है तो केदारनाथ में हर साल क्यों होता है हादसा?”
डॉ. अंसारी ने इसे सरकार की पूर्ण विफलता बताया और जनता से इसका जवाब मांगने का आह्वान किया।
विपक्ष के निशाने पर केंद्र सरकार
यह हादसा न सिर्फ एक दर्दनाक दुर्घटना है, बल्कि इससे उपजे सवालों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। विपक्ष का कहना है कि हर साल हजारों श्रद्धालु केदारनाथ आते हैं, लेकिन हेलीकॉप्टर सेवाओं को लेकर सरकार की ओर से कोई दीर्घकालिक सुरक्षा नीति नहीं बनाई जाती।
सिंगल इंजन हेलीकॉप्टरों का बार-बार प्रयोग, मौसम की उपेक्षा, और श्रद्धालुओं की भीड़ प्रबंधन में चूक—ये सभी कारक हादसे की पुनरावृत्ति को जन्म दे रहे हैं।
न्यूज़ देखो: श्रद्धालुओं की जान पर सिस्टम की चुप्पी क्यों?
जब देश की आस्था और भक्ति से जुड़े केदारनाथ जैसे तीर्थ स्थलों पर बार-बार ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं, तो सवाल उठाना जरूरी हो जाता है। न्यूज़ देखो यह मांग करता है कि सरकार श्रद्धालुओं की हवाई यात्रा की सुरक्षा नीति की तुरंत समीक्षा करे और सिंगल इंजन हेलीकॉप्टरों के उपयोग पर ठोस निर्णय ले।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
भक्ति का सम्मान हो, सुरक्षा हो सुनिश्चित
श्रद्धालुओं की यात्रा आस्था का मार्ग होती है, जो कभी मौत की राह न बने। हमें एकजुट होकर मांग करनी होगी कि सरकार सुरक्षा के हर मानक को अपनाए, ताकि हर श्रद्धालु निर्भय होकर अपने ईश्वर के दर्शन कर सके।
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