
#गढ़वा #ड्राइवर_आंदोलन : राष्ट्रीय स्तर पर ऑल राइट ड्राइवर मजदूर महासंघ की अगुवाई में हुआ प्रदर्शन, कई घंटे तक ठप रहा ट्रैफिक
- बाईपास सड़क पर ड्राइवरों ने ऑल राइट ड्राइवर मजदूर महासंघ के बैनर तले किया जोरदार प्रदर्शन
- 9 सूत्री मांगों को लेकर राज्य सरकार को भेजा गया ज्ञापन
- ओवरटाइम वेतन, मुफ्त इलाज और मर्जेंसी सेंटर की मांग प्रमुख
- लाइसेंस ज़ब्ती और झूठे केस पर जताई नाराज़गी
- सैकड़ों वाहन सड़क पर जाम, लंबी कतारें लगीं
8 घंटे से अधिक ड्यूटी पर चाहिए दोगुनी मजदूरी: चालकों की आवाज़
गढ़वा में बुधवार को ऑल राइट ड्राइवर मजदूर महासंघ के बैनर तले ड्राइवरों ने बाईपास सड़क पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान देशव्यापी आंदोलन के तहत राज्य सरकार को 9 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया और प्रमुख मांगों को तुरंत लागू करने की अपील की गई।
प्रदर्शन कर रहे चालकों ने कहा कि उन्हें 8 घंटे से अधिक काम करने पर ओवरटाइम के रूप में दोगुनी मजदूरी दी जाए। साथ ही हर महीने में कम से कम दो छुट्टियाँ अनिवार्य रूप से मिलनी चाहिए।
मुफ्त इलाज, इमरजेंसी सेंटर और सामाजिक सुरक्षा की मांग
ड्राइवरों की प्रमुख मांगों में यह भी शामिल था कि—
- राज्य के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में ड्राइवरों का इलाज मुफ्त में किया जाए
- राष्ट्रीय राजमार्ग, जीटी रोड और एक्सप्रेस वे पर हर 20 किलोमीटर पर एक इमरजेंसी सेंटर की स्थापना की जाए
- श्रम न्यायालय (लेबर कोर्ट) के मौजूदा ढांचे को समाप्त किया जाए क्योंकि यह चालकों को न्याय नहीं दे पा रही
लाइसेंस ज़ब्ती और झूठे मुकदमों पर जताई नाराज़गी
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आरटीओ विभाग और पुलिस द्वारा चालकों के लाइसेंस बिना ठोस वजह के ज़ब्त कर लिए जाते हैं। इसके साथ ही, झूठे मुकदमों में फंसाकर मानसिक और आर्थिक शोषण किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि इस प्रक्रिया को बंद किया जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो।
सड़क पर घंटों जाम, वाहन चालकों को हुई परेशानी
प्रदर्शन के दौरान बाईपास सड़क पर सभी बड़े वाहनों को घंटों रोक दिया गया, जिससे ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया। लंबी कतारों में फंसे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
नेतृत्व और भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष अयूब अंसारी, उपाध्यक्ष प्रमोद विश्वकर्मा, चन्दन चौधरी, साहबान अंसारी, मंगल चौधरी, रयाजुद्दीन अंसारी, शेफ अली आदि कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।
न्यूज़ देखो: ड्राइवरों की मांगें, व्यवस्था की चुनौतियां
न्यूज़ देखो मानता है कि सड़क पर सबसे ज्यादा वक्त बिताने वाले ड्राइवरों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान के लिए मजबूत नीतियों की आवश्यकता है। केवल वाहनों के संचालन की निगरानी नहीं, संचालकों की सामाजिक सुरक्षा भी प्रशासन की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
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अधिकार की लड़ाई सड़क से सत्ता तक पहुंचे
हर ड्राइवर, हर हेल्पर का अधिकार है कि उसे काम का सम्मान और सुरक्षा मिले।
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