
#गावाँ #अवैध_शराब : उत्पाद विभाग की टीम ने सिजुवाई और ककड़ीयार गांव में अवैध शराब निर्माण का खुलासा किया
- उत्पाद विभाग की टीम ने ड्रोन की मदद से सिजुवाई और ककड़ीयार गांव में अवैध शराब के अड्डों की पहचान की।
- छापामारी में 10,400 किलो जावा महुआ, 210 लीटर अवैध शराब और शराब बनाने के उपकरण व भट्टियाँ नष्ट की गईं।
- तीन आरोपियों के खिलाफ फरार अभियोग दर्ज किया गया है।
- अभियान का नेतृत्व अवर निरीक्षक रवि रंजन ने किया।
- छापामारी में रामेश्वर तुड्डू, अशोक कुमार, प्रवेश चौधरी समेत सशस्त्र बल और गृह रक्षक जवान शामिल थे।
गावाँ थाना क्षेत्र के सिजुवाई और ककड़ीयार गांव में उत्पाद विभाग की टीम ने ड्रोन तकनीक का उपयोग कर अवैध शराब निर्माण के अड्डों का सफलतापूर्वक पता लगाया। छापामारी के दौरान 10,400 किलो जावा महुआ, 210 लीटर अवैध शराब और शराब बनाने के सभी उपकरण एवं भट्टियाँ नष्ट की गईं।
अभियान और कार्रवाई
अपराधियों के छिपे होने की स्थिति में ड्रोन ने जंगलों में अड्डों की लोकेशन की पुष्टि की, जिससे टीम को कार्रवाई में सफलता मिली। अवर निरीक्षक रवि रंजन ने अभियान का नेतृत्व किया। टीम में नवादा (बिहार) उत्पाद विभाग के निरीक्षक रामेश्वर तुड्डू, सहायक अवर निरीक्षक एवं ड्रोन प्रभारी अशोक कुमार, गावाँ थाना के अवर निरीक्षक प्रवेश चौधरी, सशस्त्र बल और गृह रक्षक जवान शामिल थे।
अवर निरीक्षक रवि रंजन ने कहा: “ड्रोन तकनीक के प्रयोग से हमें अवैध अड्डों की लोकेशन की सटीक जानकारी मिली और यह अभियान पूरी तरह से सफल रहा।”
गिरफ्तारी और फरार आरोपी
छापामारी के दौरान तीन मुख्य आरोपियों के खिलाफ फरार अभियोग दर्ज किया गया है। टीम ने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है और सभी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।



न्यूज़ देखो: तकनीक के माध्यम से अपराध नियंत्रण
यह छापामारी दर्शाती है कि आधुनिक तकनीक जैसे ड्रोन का इस्तेमाल कर अवैध शराब निर्माण और बिक्री पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता है। प्रशासन द्वारा सतत निगरानी और तकनीकी सहायता से अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सामाजिक जागरूकता और समर्थन
स्थानीय लोग प्रशासन का सहयोग करें और अवैध शराब निर्माण या बिक्री की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें। तकनीक और सामूहिक प्रयास से समाज को सुरक्षित बनाना संभव है। इस खबर को साझा करें और जागरूकता बढ़ाएं।