
#तीसीबारखुर्द #स्कूलहिंसा : नशे में धुत युवक के अचानक हमले से कक्षाओं में अफरा–तफरी
- अनु रजवार शराब के नशे में विद्यालय परिसर में घुसा।
- शिक्षक पर लाठी से हमला, बच्चों को धमकाया।
- प्रधानाध्यापक प्रदीप राम का मोबाइल तोड़ा, रजिस्टर फाड़े गए।
- स्कूल की संपत्ति नष्ट, बच्चे डरकर बाहर भागे।
- आरोपी फरार, प्रशासन को सूचना देकर कार्रवाई शुरू।
- ग्रामीणों का आक्रोश, सुरक्षा मजबूत करने की मांग।
पलामू जिले के पाण्डु क्षेत्र स्थित उत्क्रमित विद्यालय तीसीबार खुर्द में उस समय हड़कंप मच गया जब शराब के नशे में धुत अनु रजवार अचानक स्कूल में घुस आया और बिना किसी उकसावे के शिक्षक तथा बच्चों पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। घटना इतनी तेज थी कि कुछ ही क्षण में पूरा स्कूल डर और चीख-पुकार से भर गया। कई बच्चे रोते हुए कक्षाओं से बाहर भागे, जबकि शिक्षक और कर्मचारियों ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजने की कोशिश की। विद्यालय परिसर में फैले तनाव और भय का माहौल दूर-दूर तक महसूस किया गया।
अचानक पहुंचे हमलावर ने स्कूल में मचाई तबाही
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अनु रजवार स्कूल के गेट से घुसते ही आक्रामक हो गया और कक्षा में जाकर बच्चों को धमकाने लगा। हाथ में मौजूद लाठी से उसने शिक्षक पर हमला किया, जिससे वातावरण और अधिक तनावपूर्ण हो गया। बच्चों ने डरकर बाहर की ओर भागना शुरू कर दिया और कुछ शिक्षक उन्हें संभालने में जुट गए। इस पूरे घटनाक्रम में स्कूल का अनुशासन क्षण भर में टूट गया और माहौल पूरी तरह अशांत हो गया।
प्रधानाध्यापक प्रदीप राम का बयान: बच्चों में डर, स्कूल का सामान भी नष्ट
प्रधानाध्यापक प्रदीप राम ने बताया कि हमले के दौरान स्कूल का सामान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है।
प्रदीप राम ने कहा: “हम पढ़ा रहे थे तभी वह नशे की हालत में घुस आया। मेरा मोबाइल फोन तोड़ दिया गया, रजिस्टर फाड़ दिया गया। बच्चों को भी डराया-धमकाया। अगर इस तरह का माहौल रहेगा तो गांव में शिक्षक कैसे काम करेंगे? बच्चे कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे?”
उन्होंने बताया कि कई दस्तावेज भी फाड़ दिए गए, जिससे विद्यालय के रिकॉर्ड को नुकसान पहुँचा है। घटना के बाद बच्चे लगातार भयभीत नजर आए और कई ने घर जाने की जिद भी की।
ग्रामीणों में गुस्सा और सुरक्षा की मांग
हमले की खबर फैलते ही अभिभावक और ग्रामीण बड़ी संख्या में विद्यालय पहुंच गए। लोगों ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि स्कूल बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा का स्थान है, यहाँ इस प्रकार की हिंसा असहनीय है। ग्रामीणों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की और स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया। कई लोगों ने कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो ऐसी घटनाएं बच्चों की पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य पर लम्बा असर डालेंगी।
आरोपी फरार, प्रशासन सक्रिय
विद्यालय प्रशासन ने घटना की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दी। सूत्रों के अनुसार, आरोपी अनु रजवार हमले के बाद फरार हो गया है और उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस टीम सक्रिय है और मामले में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि समय पर कार्रवाई बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
बच्चों पर मनोवैज्ञानिक असर का खतरा
हमले के बाद विद्यार्थी बेहद डरे हुए नजर आए। शिक्षकों ने बताया कि छोटे बच्चों में इस घटना का गहरा असर दिख रहा है। कई बच्चों ने पढ़ाई जारी रखने में हिचक दिखानी शुरू कर दी है। शिक्षकों ने यह भी कहा कि परिसर में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने और कड़ी निगरानी की आवश्यकता है ताकि बच्चों का विश्वास वापस लौट सके।
न्यूज़ देखो: स्कूल सुरक्षा पर बड़ा सवाल
तीसीबार खुर्द विद्यालय में हुई यह घटना केवल एक हमले की कहानी नहीं, बल्कि ग्रामीण स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था की वास्तविक स्थिति उजागर करती है। यह साफ है कि स्कूलों में निगरानी और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, जिससे बच्चों और शिक्षकों दोनों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है। प्रशासन को त्वरित कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार करना चाहिए और भविष्य के लिए मजबूत सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करना चाहिए।
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बच्चों की सुरक्षा ही असली प्राथमिकता
यह घटना हमें याद दिलाती है कि शिक्षा का वातावरण तभी प्रभावी होता है जब बच्चे पूरी तरह सुरक्षित महसूस करें। अब जिम्मेदारी समाज और प्रशासन दोनों की है कि वे मिलकर स्कूल परिसरों को सुरक्षित, शांत और शिक्षण-योग्य बनाएं। आइए हम सब बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। अपनी राय कमेंट में लिखें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाने में योगदान दें।
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