
#गुमला #ग्रामीण_खेल : बतख फुटबॉल टूर्नामेंट में चिलम्पोखर की शानदार जीत — ग्रामीणों ने जताई हर साल आयोजन की मांग
- बिशुनपुर प्रखंड के चिलम्पोखर गांव में हुआ दो दिवसीय बतख फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन।
- कुल 16 टीमों ने लिया भाग, चिलम्पोखर टीम बनी विजेता।
- लबगा, पिपरा टोली और जोरि की टीमों को भी मिला सम्मान।
- ग्रामीणों और युवाओं की उत्साहजनक सहभागिता रही।
- खेल भावना और भाईचारा को मजबूत करने की दिशा में सार्थक पहल।
पारंपरिक खेलों को संरक्षित करने की प्रेरणादायी पहल
गुमला जिला के बिशुनपुर प्रखंड अंतर्गत चिलम्पोखर गांव में आयोजित बतख फुटबॉल प्रतियोगिता न केवल मनोरंजन का माध्यम बनी, बल्कि यह आयोजन ग्रामीण खेल परंपरा और आपसी भाईचारे को सहेजने का भी प्रतीक बन गया। इस दो दिवसीय आयोजन में क्षेत्र के कुल 16 टीमों ने भाग लिया, जिससे ग्रामीण युवाओं में खेल के प्रति उत्साह देखने को मिला।
रोमांचक मुकाबलों में दिखी स्थानीय प्रतिभा
प्रतियोगिता के पहले दिन लीग मुकाबले खेले गए, जिनमें सभी टीमों ने बेहतरीन खेल प्रदर्शन किया। दूसरे दिन सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले हुए, जो दर्शकों के लिए अत्यंत रोमांचक और मनमोहक रहे। दर्शकों की तालियों और जयकारों से माहौल उत्सव में तब्दील हो गया।
स्थानीय आयोजक अर्जुन उरांव ने कहा: “हमारा उद्देश्य सिर्फ खेल कराना नहीं, बल्कि गांवों में छिपी प्रतिभा को उभारना है। युवाओं को सही मंच मिले, यही हमारी कोशिश है।”
चिलम्पोखर बनी विजेता, लबगा को मिला दूसरा स्थान
कड़े मुकाबलों के बाद चिलम्पोखर की टीम ने प्रथम स्थान (फर्स्ट प्राइज) हासिल किया। लबगा की टीम को दूसरा, पिपरा टोली को तीसरा और जोरि की टीम को चौथा स्थान प्राप्त हुआ। सभी विजेता टीमों को पुरस्कार एवं ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।
आयोजन में दिखा अनुशासन और सहयोग
इस पूरे आयोजन में न सिर्फ खेल भावना बल्कि अनुशासन, उत्साह और सामूहिक प्रयास देखने को मिला। ग्रामीण युवाओं ने मंच, मैदान और व्यवस्थाओं को मिलजुलकर संभाला, जिससे प्रतियोगिता सफल और सुव्यवस्थित रही।
ग्राम प्रधान ने कहा: “ऐसे आयोजनों से गांवों में ऊर्जा आती है। युवा खेल के माध्यम से अनुशासन और एकजुटता सीखते हैं।”
ग्रामीणों ने की हर वर्ष आयोजन की मांग
प्रतियोगिता के समापन पर स्थानीय ग्रामीणों ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे हर वर्ष आयोजित करने की मांग रखी। ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने के लिए यह एक सशक्त प्रयास माना जा रहा है।
न्यूज़ देखो: खेल से बंधता है गांव, जागती है प्रतिभा
चिलम्पोखर में आयोजित बतख फुटबॉल प्रतियोगिता यह साबित करती है कि ग्रामीण भारत में खेल केवल मनोरंजन नहीं, सामाजिक समरसता और नेतृत्व कौशल को जगाने वाला माध्यम भी है। न्यूज़ देखो मानता है कि ऐसी प्रतियोगिताओं को सरकारी स्तर पर भी प्रोत्साहन मिलना चाहिए, जिससे देश की छुपी प्रतिभाएं सामने आ सकें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
ग्रामीण खेल, नई पीढ़ी और समरसता की राह
खेती-बाड़ी के बीच जब खेल की आवाज गूंजती है, तो गांवों में नई उम्मीद जन्म लेती है। चिलम्पोखर जैसे आयोजन यह बताते हैं कि बदलाव के लिए जरूरी नहीं हमेशा शहर की तरफ देखा जाए। गांव खुद भी ऊर्जा और प्रेरणा के स्रोत बन सकते हैं।
आप भी इस खबर को शेयर करें, ताकि देश के हर कोने में ग्रामीण प्रतिभा और सांस्कृतिक खेलों की शक्ति की पहचान हो सके।