
#गढ़वा #बिजली_बाधा : बारिश के बीच बिजली ने दिया धोखा — 33 केवी लाइन बाधित, कई मोहल्ले अंधेरे में
- लगातार हो रही तेज बारिश से बी मोड़ के पास 33 हज़ार वोल्ट इनकमिंग लाइन का पोल गिरा
- गढ़वा शहर की आपूर्ति करने वाली मुख्य लाइन बाधित हुई, कई इलाकों की बिजली ठप
- बाजार, टंडवा, सोनपुरवा और उंचरी इलाके बिजली संकट की चपेट में आए
- बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची, बहाली में 4 से 5 घंटे लग सकते हैं
- प्रशासन और बिजली विभाग ने लोगों से धैर्य रखने की अपील की
तेज बारिश से बिजली खंभा गिरा, आपूर्ति हुई बाधित
गढ़वा शहर में लगातार हो रही मूसलधार बारिश अब बिजली आपूर्ति पर भी असर डालने लगी है। बी मोड़ के पास स्थित 33 हज़ार वोल्ट इनकमिंग लाइन का पोल बुधवार दोपहर गिर गया, जिससे गढ़वा टाउन की मुख्य विद्युत आपूर्ति अचानक बाधित हो गई। बिजली गिरने की आवाज़ और उसके बाद इलाके में फैले अंधेरे ने स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ा दी।
कई प्रमुख मोहल्ले अंधेरे में डूबे
इस तकनीकी गड़बड़ी का सीधा असर बाजार, टंडवा, सोनपुरवा और उंचरी जैसे घनी आबादी वाले इलाकों पर पड़ा है। इन क्षेत्रों में पूरी तरह से बिजली गुल हो गई है, जिससे घरों, दुकानों और स्कूलों में कार्य प्रभावित हो रहा है।
बिजली विभाग की त्वरित कार्रवाई शुरू
बिजली विभाग की टीम ने जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, लाइन की मरम्मत और आपूर्ति बहाली में लगभग 4 से 5 घंटे का समय लग सकता है। विभाग ने जनता से धैर्य बनाए रखने और बिना जरूरत बिजली उपकरणों का उपयोग नहीं करने की अपील की है।
प्रशासन की सतर्कता और अपील
बिजली संकट के बीच गढ़वा प्रशासन भी सतर्क है और विभागीय समन्वय से आपूर्ति बहाल करने के प्रयास में जुटा है। बारिश के कारण मरम्मत कार्य में भी बाधा आ सकती है, इसलिए प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और खुले तारों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।
न्यूज़ देखो: मुश्किल में भी जिम्मेदारी का उजाला
‘न्यूज़ देखो’ इस बिजली संकट को केवल एक तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से देखता है। बारिश और बिजली जैसी दोहरी चुनौतियों के बीच प्रशासन और बिजली विभाग की तत्परता जनता को राहत पहुंचा सकती है — बशर्ते समय पर सभी विभागों का तालमेल बना रहे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक बनें, सहयोग करें
बिजली संकट के इस समय में आप भी सहयोग करें — झूठी अफवाहों से बचें, मरम्मत कार्य में लगे कर्मियों का सहयोग करें और दूसरों को भी सचेत करें। इस खबर को अपने मोहल्ले के व्हाट्सएप और फेसबुक ग्रुप में साझा करें ताकि ज़रूरी जानकारी सब तक पहुंचे।