#गुमला #HeavyRain : बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें—पेड़ गिरने से हाईवे पर अफरा-तफरी
- शुक्रवार देर रात भारी बारिश के कारण गोविंदपुर में विशाल आम का पेड़ गिरा।
- पेड़ गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) पर घंटों जाम की स्थिति रही।
- शहादत खान और सोहेल खान की दो दुकानें चपेट में आकर क्षतिग्रस्त।
- हादसा रात करीब 3 बजे हुआ, किसी की जानमाल की हानि नहीं।
- ग्रामीणों की मदद से सुबह 11 बजे तक पेड़ हटाकर सड़क बहाल।
हजारी प्रखंड के गोविंदपुर बाजार दंड के पास शुक्रवार रात तेज बारिश के बीच यह बड़ा हादसा हुआ। लगातार हो रही बारिश के कारण जड़ कमजोर हो चुकी थी, जिससे रात करीब 3:00 बजे एक विशाल आम का पेड़ अचानक धराशायी हो गया। पेड़ गिरते ही राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया, जिससे कई घंटों तक यात्री और वाहन फंसे रहे।
दुकानों को भारी नुकसान
गिरते पेड़ की चपेट में शहादत खान और सोहेल खान की सड़क किनारे स्थित दो दुकानें आ गईं। दुकानों की छत और दीवार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। दुकानों में रखे सामान भी बर्बाद हो गए। गनीमत रही कि हादसे में किसी की जान नहीं गई।
शहादत खान ने कहा: “हमारी दुकान पूरी तरह टूट गई। अंदर रखा सामान भी खराब हो गया। प्रशासन से मुआवजे की मांग करते हैं।”
हाईवे पर अफरा-तफरी, ग्रामीणों ने संभाली स्थिति
पेड़ गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग घंटों बंद रहा। यात्री वाहन, बसें और मालवाहक ट्रक लंबे समय तक फंसे रहे। स्थानीय ग्रामीणों और युवाओं ने मिलकर सुबह करीब 11 बजे तक पेड़ को काटकर हटाया, तब जाकर आवागमन सामान्य हो सका।
प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क किनारे लगे कई पेड़ पुराने और कमजोर हो चुके हैं, लेकिन समय-समय पर छंटाई नहीं की जाती। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते ऐसे पेड़ों की देखरेख होती, तो इस तरह की घटना से बचा जा सकता था।



न्यूज़ देखो: बारिश में लापरवाही का बड़ा खतरा
गोविंदपुर की यह घटना बताती है कि प्राकृतिक आपदाओं के साथ प्रशासनिक तैयारी भी जरूरी है। सड़क किनारे पेड़ों की छंटाई और निगरानी न होना हादसों को न्योता देता है। ऐसी लापरवाही से जनहानि भी हो सकती थी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक रहें, सुरक्षित रहें
बारिश के दिनों में सतर्क रहना सभी के लिए जरूरी है। प्रशासन को चाहिए कि पुराने पेड़ों की समय पर कटाई करे और जनता भी ऐसी स्थितियों में तुरंत सूचना दे। इस खबर पर अपनी राय दें, इसे साझा करें और दूसरों को भी जागरूक करें।