
#दुमका – बासुकीनाथ बस स्टैंड में खड़ी बसों में लगी आग, लाखों का नुकसान
- बासुकीनाथ बस स्टैंड के पास 5 बसों में अचानक आग लग गई, सभी बसें जलकर खाक।
- आग में अजीत रोडवेज की दो और पागल बाबा कंपनी की तीन बसें जल गईं।
- फायर ब्रिगेड की देरी से पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने किया घेराव और जताया विरोध।
- स्थानीय प्रशासन से स्थायी अग्निशमन वाहन की मांग उठी।
अचानक लगी आग ने मचाई तबाही
दुमका के बासुकीनाथ बस स्टैंड में उस वक्त हड़कंप मच गया जब वहां खड़ी 5 बसों में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेज थी कि लोगों को कुछ समझ में आता इससे पहले ही सभी बसें जलकर खाक हो गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम करीब 4:45 बजे अचानक एक बस में आग लगी और देखते ही देखते लपटों ने बाकी बसों को भी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण थी कि टायर और डीजल टंकी में ब्लास्ट होने लगे, जिससे धुएं का गुब्बार आसमान में फैल गया।
फायर ब्रिगेड की देरी से भड़के लोग
घटना की सूचना मिलते ही जरमुंडी थाना पुलिस को जानकारी दी गई, जिसके बाद दुमका से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं। लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम 6:16 बजे मौके पर पहुंची, तब तक सभी बसें पूरी तरह जल चुकी थीं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर बासुकीनाथ बस स्टैंड के पास ही फायर ब्रिगेड की व्यवस्था होती, तो आग से हुए नुकसान को रोका जा सकता था।
स्थानीय प्रशासन से स्थायी फायर ब्रिगेड की मांग
आग बुझाने में हुई देरी से नाराज ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड का घेराव कर विरोध जताया। मौके पर पहुंचे पुलिस निरीक्षक श्यामानंद मंडल ने लोगों को समझाकर शांत कराया। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बासुकीनाथ में स्थायी रूप से फायर ब्रिगेड की गाड़ी तैनात की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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बासुकीनाथ बस स्टैंड पर आग लगने की घटनाएं लगातार होती रहती हैं, लेकिन सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए हैं। स्थानीय प्रशासन की अनदेखी और अग्निशमन सुविधाओं की कमी के चलते लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो जाती है।
क्या प्रशासन को अब भी नहीं जागना चाहिए?
अगर समय रहते स्थायी अग्निशमन वाहन की व्यवस्था होती, तो शायद आज 5 बसें जलने से बच सकती थीं। आपकी क्या राय है? अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में जरूर दें।