
#दुमका #सड़कहादसा #ChachaBhatijaAccident | एनएच 114A पर चलती बाइक पर टूटी मौत की डाली
- दुमका में आम के पेड़ की डाली गिरने से युवक की मौत, चाचा घायल
- शिकारीपाड़ा जा रहे थे दुकान खोलने, रास्ते में हुआ हादसा
- कमलेश यादव की अस्पताल में हुई मौत, चाचा रेफर
- एनएच 114A पर सूखे पेड़ों से बना है जान का खतरा
- स्थानीय लोगों ने सड़क किनारे सूखे पेड़ों को हटाने की मांग की
दुकान खोलने जा रहे थे चाचा-भतीजा, रास्ते में टूटी मौत
दुमका — झारखंड के दुमका जिले में आज सुबह एक दर्दनाक हादसे में भतीजे की मौत हो गई जबकि चाचा गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा रामपुरहाट मुख्य मार्ग एनएच 114A पर हुआ, जब बाइक से जा रहे चाचा-भतीजे पर अचानक आम के पेड़ की भारी डाली गिर गई।
आम के पेड़ की डाली ने ली एक और जान
हादसे में जान गंवाने वाले युवक की पहचान कमलेश यादव, निवासी मोहलपहाड़ी पोखरिया के रूप में हुई है। वे अपने चाचा के साथ शिकारीपाड़ा में चाय की दुकान खोलने जा रहे थे। जैसे ही उनकी बाइक केसरगढ़ गांव के पास पहुंची, सड़क किनारे खड़े एक पुराने आम के पेड़ की डाली अचानक टूटकर दोनों पर गिर गई।
“डाली गिरते ही दोनों ज़मीन पर गिर पड़े। आस-पास के लोगों ने तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया, पर कमलेश को बचाया नहीं जा सका।”
— स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी
अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत
घटना के बाद कमलेश को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल, दुमका लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं उनके चाचा को गंभीर चोटों की वजह से पश्चिम बंगाल के एक अस्पताल में रेफर किया गया है।
खतरे से भरपूर एनएच 114A
स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकारीपाड़ा से दुमका तक की सड़क के किनारे दर्जनों पुराने और सूखे पेड़ खड़े हैं, जो कभी भी इस तरह का हादसा कर सकते हैं।
“सड़क किनारे ऐसे पेड़ जो सूख चुके हैं, उन पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। इससे पहले कि और जानें जाएं, इनका कटाव जरूरी है।”
— स्थानीय ग्रामीण
न्यूज़ देखो: सतर्क रहें, सजग रहें
दुमका की यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि सड़क सुरक्षा केवल यातायात नियमों तक सीमित नहीं है। प्राकृतिक जोखिम, जैसे सूखे पेड़, भी उतना ही घातक हो सकते हैं। ‘न्यूज़ देखो’ अपील करता है कि प्रशासन सतर्कता बरते और जनता सजग बने। एक छोटी सी लापरवाही भी किसी की जान ले सकती है।