- गोपीकांदर में फर्जी उपस्थिति दर्ज करने
- सीआरपी पर पैसों की मांग और शिक्षकों पर दबाव के गंभीर आरोप।
- प्राथमिक विद्यालय बाबूपुर, कुम्हारबांध, और जाड़ोपानी समय पर बंद मिले।
- सीआरपी शैलेश कुमार ने सभी आरोपों को खारिज किया।
गोपीकांदर में फर्जी उपस्थिति का मामला
दुमका जिले के गोपीकांदर क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था की खामियां एक बार फिर उजागर हुई हैं। प्राथमिक विद्यालय काजीकेंद के प्रधानाध्यापक मदन बास्की ने अपने सीआरपी पर छात्रों की फर्जी उपस्थिति दर्ज करने का दबाव डालने और पैसों की मांग करने का आरोप लगाया है।
फर्जी उपस्थिति का खेल
मदन बास्की ने बताया कि बुधवार को विद्यालय में केवल आठ छात्र उपस्थित थे, लेकिन रजिस्टर और ऑनलाइन रिकॉर्ड में 29 छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गयी। उन्होंने कहा,
“सीआरपी स्कूल निरीक्षण के दौरान पैसों की मांग करते हैं, जिसके लिए फर्जी उपस्थिति दर्ज करनी पड़ती है।”
विद्यालय बंद और छात्र परेशान
प्राथमिक विद्यालय बाबूपुर, कुम्हारबांध, और जाड़ोपानी सुबह 10:30 बजे तक बंद मिले। छात्र शिक्षकों का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई नहीं आया। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह समस्या अब नियमित हो चुकी है।
सीआरपी ने आरोपों को खारिज किया
सीआरपी शैलेश कुमार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा,
“मैंने न तो उपस्थिति बढ़ाने को कहा है और न ही किसी प्रकार की पैसों की मांग की है।”
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