
#दुमका #सफाईसंकट : दुर्गापूजा की तैयारियों के बीच नगर परिषद की लापरवाही से शहरवासियों को भारी परेशानी
- दुमका शहर में सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमराई हुई है।
- सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से गलियों और चौक-चौराहों पर कचरे का ढेर।
- नगर परिषद ने अब तक मंदिरों और पूजा स्थलों के आसपास भी कचरा नहीं हटाया।
- दुर्गापूजा जैसे बड़े त्योहार से पहले शहरवासियों में गहरी नाराजगी।
- बदबू और गंदगी से बीमारियों का खतरा बढ़ा।
दुमका में दुर्गापूजा जैसे महत्वपूर्ण पर्व से पहले सफाई व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। नगर परिषद की उदासीनता और कर्मचारियों की हड़ताल ने शहर को कचरे के ढेर में बदल दिया है। मंदिरों और पूजा पंडालों के आसपास तक कचरा नहीं उठने से श्रद्धालुओं की परेशानी और बढ़ गई है।
सफाई कर्मचारियों की हड़ताल और नगर परिषद की स्थिति
शहर के सफाई कर्मचारी कई दिनों से हड़ताल पर हैं, जिसके कारण नगर परिषद सफाई व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। गलियों, बाजारों और चौक-चौराहों पर कचरे का अम्बार लग चुका है। लोगों का कहना है कि नगर परिषद ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
दुर्गापूजा की तैयारियों पर असर
दुर्गापूजा से पहले पूरे शहर में साफ-सफाई की उम्मीद की जाती है, लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल विपरीत है। कई मंदिरों और पंडालों के पास कचरा जमा है जिससे पूजा समितियों और श्रद्धालुओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गंदगी और बदबू के कारण लोगों में असंतोष और निराशा साफ झलक रही है।
बीमारियों का खतरा और जनता की नाराजगी
कचरे के ढेर से मच्छर और मक्खियों का प्रकोप बढ़ गया है। लोग आशंका जता रहे हैं कि डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है। वहीं आम नागरिक नगर परिषद के प्रति बेहद नाराज हैं और साफ-सफाई की तत्काल व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने कहा: “त्योहार पर सफाई की जगह गंदगी का सामना करना पड़ रहा है। नगर परिषद को तुरंत इस पर कदम उठाना चाहिए।”
प्रशासन की चुनौती
नगर परिषद और जिला प्रशासन के लिए यह स्थिति बड़ी चुनौती है। दुर्गापूजा के दौरान लाखों लोग मंदिरों और पंडालों में जाते हैं। ऐसे में स्वच्छता की व्यवस्था सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। फिलहाल नगर परिषद की चुप्पी और निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।

न्यूज़ देखो: त्योहार से पहले सफाई संकट गंभीर संदेश
दुमका शहर में सफाई व्यवस्था का ध्वस्त होना प्रशासनिक लापरवाही की बड़ी मिसाल है। त्योहारों के समय लोगों को साफ-सुथरा वातावरण मिलना चाहिए, लेकिन हड़ताल और नगर परिषद की निष्क्रियता ने हालात बिगाड़ दिए हैं। प्रशासन को तुरंत पहल कर स्थिति सुधारनी होगी, वरना इसका असर दुर्गापूजा के उत्सव पर भी पड़ेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
त्योहार पर स्वच्छता का संकल्प
दुर्गापूजा का पर्व स्वच्छता और श्रद्धा से जुड़ा है। समय है कि हम सब सक्रिय होकर प्रशासन पर दबाव डालें और स्वयं भी सफाई में योगदान दें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें ताकि दुमका की आवाज प्रशासन तक पहुंचे।