#दुमका #ट्रैफिक_व्यवस्था : शहर में ट्रैफिक सुधार को लेकर नगर परिषद की उदासीनता पर उठ रहे सवाल, साहिबगंज ने चालकों के आईडी और पंजीयन से किया सुधार
- दुमका नगर परिषद ने अब तक शहर में ट्रैफिक रेगुलेशन के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
- शहर में न चालकों का पंजीयन, न कोई पहचान व्यवस्था और न ही यातायात सुधार के प्रयास।
- वहीं, साहिबगंज नगर परिषद ने ट्रैफिक सुधार के लिए आईडी कार्ड और वाहन पंजीयन लागू किया।
- टेम्पो, ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन कागजात जमा कर डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
- दुमका के नागरिक सवाल कर रहे हैं कि नगर परिषद कब जागेगी और साहिबगंज जैसी पहल कब अपनाएगी।
दुमका शहर की बढ़ती ट्रैफिक समस्या लंबे समय से चिंताजनक बनी हुई है। नगर परिषद के पास कई बार ट्रैफिक सुधार के प्रस्ताव आए, लेकिन अब तक किसी ठोस कदम का अभाव है। इससे न केवल यातायात जाम की समस्या बनी हुई है, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी खतरा है। वहीं साहिबगंज नगर परिषद ने अपने शहर में ट्रैफिक सुधार की दिशा में कदम उठाया और चालकों का पंजीयन, पहचान और डेटाबेस तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की।
साहिबगंज मॉडल – अनुकरणीय प्रयास
साहिबगंज नगर परिषद ने शहर में ट्रैफिक व्यवस्थित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। टेम्पो, ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को आईडी कार्ड और वाहन पंजीयन के लिए बाध्य किया गया है। इसके तहत चालकों से आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन के कागजात जमा कराए जा रहे हैं, जिससे पूरे शहर का ट्रैफिक डेटा तैयार किया जा सके। यह कदम शहर में यातायात व्यवस्था में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक मॉडल के रूप में सामने आया है।
साहिबगंज नगर परिषद के प्रवक्ता ने कहा: “चालकों के पंजीयन और पहचान प्रणाली से हम न केवल ट्रैफिक नियंत्रण कर पाएंगे, बल्कि सड़क सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेंगे। यह योजना धीरे-धीरे सभी सार्वजनिक परिवहन पर लागू की जाएगी।”
दुमका की उदासीनता पर नागरिकों की नाराजगी
दुमका शहर में ट्रैफिक समस्या लंबे समय से गंभीर बनी हुई है। न पंजीयन है, न पहचान, और न ही कोई व्यवस्थित यातायात योजना। नागरिक लगातार शिकायत कर रहे हैं कि नगर परिषद की उदासीनता से ट्रैफिक जाम, दुर्घटनाओं और अराजकता की समस्या बढ़ती जा रही है।
एक स्थानीय नागरिक ने कहा: “साहिबगंज जैसे शहर में सुधार हो सकता है तो दुमका में क्यों नहीं? नगर परिषद को तत्काल ट्रैफिक सुधार के लिए कदम उठाने चाहिए।”
विशेषज्ञों का मानना है कि दुमका में ट्रैफिक सुधार की दिशा में जल्द कदम उठाना न केवल नागरिकों की सुविधा के लिए आवश्यक है, बल्कि शहर की सुरक्षा और विकास के लिए भी अनिवार्य है।
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यह मामला स्पष्ट करता है कि दुमका नगर परिषद को सकारात्मक और ठोस कदम उठाने की सख्त जरूरत है। साहिबगंज के कदम यह दिखाते हैं कि पंजीयन और पहचान प्रणाली के जरिए ट्रैफिक नियंत्रण संभव है। नागरिकों को चाहिए कि वे इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाएं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नागरिक भागीदारी और जिम्मेदारी का संदेश
दुमका शहर की ट्रैफिक समस्या केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि नागरिकों की जागरूकता और सहयोग से ही हल हो सकती है। अब समय है कि हम सभी अपनी राय साझा करें, नगर परिषद से सुधार की मांग करें और शहर में व्यवस्थित यातायात सुनिश्चित करने के लिए पहल करें। इस खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट में दें और जिम्मेदारी साझा करें।