
#दुमका #ठगी_कांड : रणजी टीम में जगह दिलाने और कोचिंग के नाम पर शिक्षक से ठगे गए 1 करोड़ रुपये
- शिवपहाड़ निवासी शिक्षक बुलबुल कुमार से 1 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया।
- रणजी टीम में चयन और कोचिंग दिलाने का दिया गया था झांसा।
- शिक्षक ने किसलय पल्लव के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई।
- थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने बताया – मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
- पुलिस अब आरोपी की गिरफ्तारी और रकम की बरामदगी के लिए जुटी है।
दुमका जिले में खेल की आड़ में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां शिवपहाड़ निवासी शिक्षक बुलबुल कुमार से रणजी टीम में चयन और कोचिंग दिलाने के नाम पर 1 करोड़ रुपये की ठगी की गई। इस घटना से जिले में सनसनी फैल गई है। पीड़ित शिक्षक ने आरोपी किसलय पल्लव के खिलाफ नगर थाना में मामला दर्ज कराया है।
रणजी टीम में चयन का झांसा देकर उड़ाए लाखों
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी किसलय पल्लव ने शिक्षक को भरोसा दिलाया कि वह क्रिकेट बोर्ड और रणजी चयन समिति से जुड़ा हुआ है। उसने कहा कि यदि एक करोड़ रुपये की रकम दी जाए तो उनके रिश्तेदार को रणजी टीम में जगह दिलाई जा सकती है और साथ ही प्रोफेशनल कोचिंग की भी व्यवस्था होगी। आरोपी के झांसे में आकर शिक्षक ने समय-समय पर रकम दी, लेकिन बाद में पता चला कि पूरा मामला ठगी का था।
ठगी का अहसास होते ही दर्ज कराई प्राथमिकी
जब लंबे समय तक किसी चयन या कोचिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई, तब बुलबुल कुमार को ठगी का संदेह हुआ। उन्होंने पूरे प्रकरण की जानकारी एकत्र की और पाया कि आरोपी ने कई अन्य लोगों को भी इसी तरह के वादों से ठगा है। इसके बाद उन्होंने दुमका नगर थाना पहुंचकर किसलय पल्लव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।
थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने कहा: “मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है। सभी तथ्यों की गहराई से पड़ताल की जा रही है और आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
पुलिस जांच में जुटी, आरोपी की तलाश तेज
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच के लिए शिक्षक द्वारा दिए गए बैंक ट्रांजैक्शन, मोबाइल बातचीत और अन्य प्रमाणों को खंगाला जा रहा है। आरोपी की लोकेशन ट्रेस करने के लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अन्य पीड़ितों के सामने आने की भी संभावना है।
खेल के नाम पर बढ़ती ठगी से बढ़ी चिंता
हाल के वर्षों में क्रिकेट और अन्य खेलों में चयन दिलाने के नाम पर ठगी के कई मामले सामने आए हैं। ऐसे मामलों में युवाओं और उनके अभिभावकों को झांसे में लेकर मोटी रकम ऐंठी जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि खेल संस्थानों में पारदर्शिता और निगरानी की कमी का फायदा उठाकर ठग गिरोह सक्रिय हैं।
एक स्थानीय नागरिक ने कहा: “यह घटना सिर्फ एक शिक्षक के साथ धोखा नहीं है, बल्कि खेल की साख के साथ खिलवाड़ है। ऐसे आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कोई और इस तरह के जाल में न फंसे।”
न्यूज़ देखो: खेल की आड़ में ठगी पर कड़ा एक्शन जरूरी
दुमका की यह घटना बताती है कि खेल चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल हैं। पुलिस को इस प्रकरण की पूरी जांच कर ठगों के नेटवर्क को उजागर करना चाहिए। यह सिर्फ आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के सपनों के साथ खिलवाड़ है।
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खेल की साख बचाना हम सबकी जिम्मेदारी
युवाओं के सपनों का दुरुपयोग रोकने के लिए समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर कदम उठाने होंगे। अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा चयन या भर्ती के नाम पर धन मांगा जाए, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
सजग रहें, सतर्क बनें। इस खबर को शेयर करें ताकि कोई और ठगी का शिकार न बने। अपनी राय कमेंट करें और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं।





