#दुमका #दुखद : मोहलीडीह गांव शोक में डूबा, 20 वर्षीय संजय पंडित की मौत से मातम का माहौल
- 20 वर्षीय संजय पंडित बिजली के संपर्क में आने से हुए हादसे में असमय चल बसे।
- दिवंगत संजय को क्षेत्र का प्रतिभाशाली युवा मूर्तिकार माना जाता था।
- हादसे की खबर से पूरे मोहलीडीह और आसपास के गांवों में शोक की लहर।
- परिजन और ग्रामीण गहरे सदमे में, माहौल पूरी तरह गमगीन।
- स्थानीय लोग दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार को शक्ति देने की प्रार्थना कर रहे हैं।
दुमका जिले के मसलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहलीडीह गांव के युवा मूर्तिकार संजय पंडित (20 वर्ष) का असमय निधन क्षेत्र के लिए गहरा आघात है। बिजली के संपर्क में आने से हुई इस दर्दनाक घटना ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव को शोकाकुल कर दिया है।
प्रतिभा का असमय अंत
संजय पंडित कम उम्र में ही अपनी मूर्तिकला प्रतिभा से गांव और इलाके में विशेष पहचान बना चुके थे। लोग उन्हें एक होनहार और मेहनती कलाकार मानते थे। उनके आकस्मिक निधन से कला और संस्कृति प्रेमियों में भी गहरी निराशा है।
शोक में डूबा गांव
हादसे की खबर जैसे ही फैली, मोहलीडीह समेत आसपास के गांवों में मातम पसर गया। सैकड़ों ग्रामीण शोक संतप्त परिवार के पास पहुंचकर उन्हें सांत्वना देने पहुंचे। पूरे गांव का माहौल गमगीन है और हर कोई इस घटना को बेहद हृदयविदारक मान रहा है।
न्यूज़ देखो: युवाओं की प्रतिभा को संजोने की जरूरत
संजय पंडित का जाना इस बात का प्रतीक है कि जिंदगी कितनी असुरक्षित है। उनके जैसी प्रतिभा को बचपन से प्रोत्साहन और सुरक्षा मिलनी चाहिए थी। अब समाज के सामने चुनौती है कि हम अपने युवाओं की प्रतिभा को सुरक्षित माहौल दें ताकि वे अपनी कला और हुनर से समाज का नाम रोशन कर सकें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना
अब समय है कि हम सब मिलकर संजय पंडित के परिवार के दुख में सहभागी बनें। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और परिवार को इस दुख की घड़ी सहने की शक्ति प्रदान करें। अपनी संवेदनाएं कमेंट करें और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें ताकि दिवंगत प्रतिभा को सच्ची श्रद्धांजलि मिल सके।