
#डुमरी #बालसुरक्षा : चैनपुर में बस रोककर चार बच्चों और साथ ले जा रही महिला को पकड़ा गया, आयु सत्यापन व परिजनों की पुष्टि के बाद छोड़ा गया
- डुमरी पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए चैनपुर में बस को रोका।
- चार बच्चों के साथ दिल्ली जा रही महिला सुनीता तिर्की पकड़ी गई।
- बच्चों में असरिता कुमारी (19), सरस्वती कुमारी (21), सरोज कोरवा (17), देसु नगेसिया शामिल।
- सभी बच्चों के गार्जियन को थाना बुलाकर जानकारी ली गई।
- जांच में एक बच्चे की उम्र कम पाई गई, परिजनों ने स्पष्ट किया कि वह अपनी दीदी के साथ जा रहा है।
- सत्यापन के बाद सभी को छोड़ दिया गया।
डुमरी (गुमला) में गुरुवार को पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए चार बच्चों को दिल्ली ले जा रही महिला के साथ पकड़ा। यह कार्रवाई चैनपुर थाना क्षेत्र में एक बस को रोककर की गई। थाना प्रभारी अनुज कुमार को सूचना मिली थी कि मंत्री बस में चार बच्चों को दिल्ली भेजा जा रहा है। सूचना पर तुरंत चैनपुर पुलिस को अलर्ट किया गया और बस को रोककर बच्चों समेत महिला को डुमरी थाना लाया गया।
पकड़े गए बच्चे और महिला की पहचान
पुलिस ने जिन बच्चों को पकड़ा उनमें शामिल हैं – असरिता कुमारी (19), पिता जगमोहन नगेसिया, ग्राम गोबिंदपुर, सरस्वती कुमारी (21) और सरोज कोरवा (17), पिता बीपता कोरवा, ग्राम तिगरा, और देसु नगेसिया, पिता गुंदरा नगेसिया, ग्राम छोटा कटरा। इन बच्चों को ले जा रही महिला की पहचान सुनीता तिर्की के रूप में हुई जिसका मायका कोदा धोबारी, जारी प्रखंड में है और ससुराल महुआडीह, डुमरी थाना क्षेत्र में है। वर्तमान में वह दिल्ली में रहती है।
पुलिस की कार्रवाई और पूछताछ
थाना प्रभारी अनुज कुमार ने बताया कि सूचना के आधार पर बस रोकी गई और सभी को थाने लाकर पूछताछ की गई।
थाना प्रभारी अनुज कुमार ने कहा: “हमें गुप्त सूचना मिली थी कि दिल्ली ले जाने के लिए नाबालिग बच्चों को बस में बैठाया गया है। इस आधार पर कार्रवाई करते हुए चैनपुर पुलिस की मदद से बस रोकी गई।”
थाने में सभी बच्चों के गार्जियन को बुलाकर जानकारी ली गई। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि बच्चे उनकी अनुमति से दिल्ली जा रहे थे।
उम्र सत्यापन और निष्कर्ष
पुलिस द्वारा बच्चों का उम्र सत्यापन किया गया जिसमें एक बच्चे की उम्र नाबालिग पाई गई। हालांकि उसके गार्जियन ने बताया कि वह अपनी बड़ी बहन के साथ जा रहा है और उसी के संरक्षण में रहेगा। इस स्पष्टीकरण के बाद पुलिस ने सभी को छोड़ दिया।
न्यूज़ देखो: बच्चों की सुरक्षा पर सतर्कता जरूरी
डुमरी पुलिस की तत्परता से यह साफ होता है कि प्रशासन बच्चों की सुरक्षा और मानव तस्करी रोकने के प्रति सजग है। हालांकि इस मामले में बच्चों के परिजनों ने खुद दिल्ली भेजने की अनुमति दी थी, लेकिन ऐसे मामलों में निरंतर निगरानी आवश्यक है ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
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बच्चों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी
बच्चों के भविष्य और सुरक्षा के लिए परिवार और समाज दोनों को मिलकर सजग रहना होगा। समय है कि हम सब ऐसे मामलों पर सतर्क नजर रखें और जागरूकता फैलाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि बच्चों की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारी और जागरूकता और बढ़ सके।