
गढ़वा #सेवासप्ताह : दुर्गा पूजा के अवसर पर मरीजों और नवजात शिशुओं को दी गई जरूरी वस्तुएं — समिति ने 36वें रविवार को भी निभाई अपनी परंपरा
- गढ़वा सदर अस्पताल में मित्र मंडली सेवा समिति ने आयोजित किया 36वां सेवा सप्ताह
- दुर्गा पूजा के अवसर पर मरीजों को चाय-ब्रेड और नवजात शिशुओं को दूध, कपड़े और जैकेट दिए गए
- सेवा विशेष रूप से नवमाताओं और शिशुओं को समर्पित रही
- कार्यक्रम में संतोष केशरी, प्रभु गुप्ता, अजय आनंद, बुचु बाबू, दीपक गुप्ता, प्रशांत गुप्ता, राजेश गुप्ता, मोनू केशरी, सुनील गुप्ता और रवि केशरी रहे मौजूद
- समिति ने भविष्य में भी निरंतर सेवा कार्य जारी रखने का संकल्प लिया
अस्पताल में सेवा और श्रद्धा का संगम
गढ़वा के सदर अस्पताल में रविवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। मित्र मंडली सेवा समिति ने अपने 36वें सेवा सप्ताह को दुर्गा पूजा के पावन अवसर से जोड़ते हुए विशेष रूप से मरीजों और नवजात शिशुओं की सेवा के लिए समर्पित किया। समिति के सदस्यों ने इस दिन को सिर्फ उत्सव नहीं बल्कि जरूरतमंदों के लिए सेवा पर्व के रूप में मनाया।
मरीजों और शिशुओं को दी गई आवश्यक वस्तुएं
सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती मरीजों को चाय और ब्रेड वितरित किए गए। वहीं हाल ही में जन्मे शिशुओं को दूध की बोतल, गर्म कपड़े, जैकेट और अन्य जरूरी वस्त्र उपलब्ध कराए गए। इस पहल से न केवल माताओं के चेहरे पर मुस्कान आई बल्कि परिवारों को भी राहत मिली। यह प्रयास विशेष रूप से उन नवमाताओं के लिए सहायक रहा जिन्हें अस्पताल में अतिरिक्त सहयोग की आवश्यकता होती है।
लगातार 36वें सप्ताह की सेवा
मित्र मंडली सेवा समिति ने लगातार 36 हफ्तों से इस सेवा कार्य को नियमित रूप से जारी रखा है। हर रविवार समिति के सदस्य अस्पताल पहुँचते हैं और अपनी सेवाओं से समाज में सहयोग और करुणा की मिसाल कायम करते हैं। यह निरंतरता उनकी प्रतिबद्धता और सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाती है।
समिति सदस्यों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में समिति के सक्रिय सदस्य संतोष केशरी, प्रभु गुप्ता, अजय आनंद, बुचु बाबू, दीपक गुप्ता, प्रशांत गुप्ता, राजेश गुप्ता, मोनू केशरी, सुनील गुप्ता और रवि केशरी उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर इस सेवा कार्य को सफल बनाया। उनकी उपस्थिति और प्रयास से यह कार्यक्रम और भी प्रभावशाली बना।
समाज में करुणा और सहयोग का संदेश
मित्र मंडली सेवा समिति का यह प्रयास समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि सच्ची पूजा सेवा में है। दुर्गा पूजा जैसे पर्व को केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित न रखकर इसे मानवीय सेवा से जोड़ना उनकी सोच को और भी खास बनाता है। समिति ने यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में ऐसे ही कार्यक्रमों को और बड़े स्तर पर जारी रखा जाएगा।
न्यूज़ देखो: सेवा ही सबसे बड़ी पूजा
गढ़वा में मित्र मंडली सेवा समिति ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उत्सव तभी सार्थक है जब उसमें सेवा की भावना जुड़ी हो। दुर्गा पूजा पर मरीजों और शिशुओं की मदद कर समिति ने समाज को करुणा और सहयोग का सच्चा संदेश दिया। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मिलकर बनाएं संवेदनशील समाज
यह पहल हमें सिखाती है कि छोटे-छोटे प्रयास भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। आप भी इस खबर को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें और कमेंट कर अपनी राय दें कि सेवा और सहयोग की इस श्रृंखला को और कैसे मजबूत बनाया जा सकता है।