
#बरवाडीह #पर्यटन_विकास : पर्यटकों की सुविधा और साफ-सफाई के लिए तय की गई शुल्क वसूली की दरें
- ईडीसी कोलपुरवा ने बेतला किला मार्ग पर वाहनों के लिए रेट चार्ट लगाया।
 - दो पहिया वाहनों से 10₹, तीन पहिया से 30₹, चार पहिया से 50₹, मिनी बस से 100₹, और बड़ी बसों से 150₹ शुल्क तय।
 - शुल्क वसूली का उद्देश्य किला परिसर की सफाई और रखरखाव सुनिश्चित करना।
 - जानकारी दी प्रभारी वनपाल सह ईडीसी सचिव नंदलाल साहू ने।
 - पूर्व में बेतला ईडीसी द्वारा बढ़े दरों पर वसूली को लेकर हुआ था विवाद।
 
बरवाडीह, लातेहार। पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बेतला किला मार्ग पर अब वाहन चालकों के लिए शुल्क वसूली की दरें स्पष्ट कर दी गई हैं। ईडीसी कोलपुरवा ने रविवार को किला मार्ग के चेकपोस्ट के पास नया रेट चार्ट लगाया, जिससे गुजरने वाले पर्यटकों को अब यह साफ जानकारी होगी कि किस श्रेणी के वाहन से कितना शुल्क लिया जाएगा।
पर्यटकों की सुविधा और पारदर्शिता के लिए पहल
वन-प्रबंधन के निर्देशानुसार, इस रेट चार्ट का उद्देश्य पर्यटकों को पारदर्शी शुल्क प्रणाली से अवगत कराना और पलामू किला परिसर की स्वच्छता सुनिश्चित करना है। ईडीसी के इस कदम को स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने सराहा है।
नए दरों के अनुसार, दो पहिया वाहन से 10 रुपये, तीन पहिया वाहन से 30 रुपये, चार पहिया वाहन से 50 रुपये, मिनी बस से 100 रुपये, और बड़ी बस से 150 रुपये प्रति वाहन शुल्क वसूला जाएगा।
बीसी-1 के प्रभारी वनपाल सह ईडीसी सचिव नंदलाल साहू ने कहा: “लगे हुए रेट चार्ट से न केवल पर्यटकों को सुविधा होगी, बल्कि किला परिसर की साफ-सफाई और रखरखाव कार्य में भी पारदर्शिता आएगी। सभी शुल्कों का उपयोग स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में किया जाएगा।”
ईडीसी की जिम्मेदारी और विभागीय निर्देश
वन विभाग ने ईडीसी को यह अधिकार दिया है कि वह किला मार्ग से गुजरने वाले वाहनों से निर्धारित दर पर शुल्क वसूली करे। यह शुल्क सीधे तौर पर किला परिसर की सफाई, पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में खर्च किया जाएगा।
ईडीसी की टीम हर रविवार को साफ-सफाई का कार्य करती है और पर्यटकों से प्राप्त राजस्व को रखरखाव में निवेश करती है।
पिछली वसूली पर उठे थे सवाल
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पूर्व में ईडीसी बेतला द्वारा पलामू किला मेला के दौरान निर्धारित दरों से अधिक शुल्क वसूला गया था। उस समय दो पहिया वाहनों से 10₹ की जगह 30₹, और तीन पहिया वाहनों से 30₹ की जगह 40₹ प्रति वाहन की दर से शुल्क लिया गया था।
इस पर स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों ने आपत्ति जताई थी। अब ईडीसी कोलपुरवा द्वारा लगाए गए इस नए चार्ट से स्थिति साफ हो गई है और वसूली प्रक्रिया को नियमानुसार लाया गया है।
विभागीय स्थिति स्पष्ट, ईडीसी की शक्ति फिलहाल सीमित
एक सवाल के जवाब में प्रभारी वनपाल नंदलाल साहू ने बताया कि बेतला की नवचयनित ईडीसी की शक्ति को विभागीय आदेश से फिलहाल शिथिल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रशासनिक व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाए रखने के लिए लिया गया है।
स्थानीय वनकर्मियों और पदाधिकारियों की उपस्थिति
रेट चार्ट लगाने के दौरान वनपाल नंदलाल साहू, वनरक्षी देवपाल भगत, गुलशन सुरीन, ईडीसी अध्यक्ष दुधेश्वर सिंह समेत कई वनकर्मी मौजूद थे। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि स्वच्छ और पारदर्शी वसूली प्रणाली से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और वन क्षेत्र की सुंदरता व स्वच्छता बनी रहेगी।
न्यूज़ देखो: पारदर्शी शुल्क प्रणाली से स्वच्छता को बढ़ावा
यह निर्णय दिखाता है कि जब प्रशासनिक निकाय पारदर्शिता और जनसुविधा को प्राथमिकता देते हैं, तो उसका प्रभाव प्रत्यक्ष रूप से स्थानीय पर्यटन पर पड़ता है। ईडीसी कोलपुरवा का यह कदम न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देगा, बल्कि पलामू किला क्षेत्र को एक साफ-सुथरा और आकर्षक पर्यटन स्थल बनाए रखने में मदद करेगा।
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पर्यावरण और स्वच्छता, सबकी जिम्मेदारी
प्रकृति और धरोहरों की रक्षा केवल सरकार या विभागों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हम सभी नागरिकों का भी दायित्व है। जब हम शुल्क चुकाते हैं, तो यह हमारी भागीदारी है स्वच्छता और संरक्षण के उस प्रयास में जो आने वाली पीढ़ियों के लिए जरूरी है।
सजग नागरिक बनें, पर्यटन स्थलों की सुंदरता बनाए रखें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और स्वच्छ पर्यटन को बढ़ावा दें — क्योंकि स्वच्छता ही सबसे बड़ी सेवा है।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 



