
#गढ़वा #हॉकी : जवाहरलाल नेहरू हॉकी प्रतियोगिता में बालक-बालिका टीमों ने दिखाया दम
- जिला स्तरीय अंडर-17 हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन गढ़वा में हुआ।
- कैसर राजा ने शिक्षा विभाग द्वारा हॉकी को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।
- बृज कुमार ने हर प्रखंड में खेल मैदान और किट की जरूरत बताई।
- अंडर-17 बालक वर्ग में रामासाहू सी.एम. उत्कृष्ट विद्यालय विजेता बना।
- अंडर-17 बालिका वर्ग में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गढ़वा ने खिताब जीता।
गढ़वा के राजकीय कृत रामासाहू सी.एम. उत्कृष्ट विद्यालय स्टेडियम में झारखंड शिक्षा परियोजना के तहत जवाहरलाल नेहरू हॉकी प्रतियोगिता का जिला स्तरीय अंडर-17 बालक एवं बालिका वर्ग का मैच आयोजित किया गया। इसमें खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस खेल को जिला स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव सहयोग का वादा किया, वहीं थाना प्रभारी ने सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया।
खेल का उद्घाटन और संदेश
कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार और गढ़वा थाना प्रभारी बृज कुमार ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया। इस मौके पर कैसर राजा ने कहा कि हॉकी राष्ट्रीय खेल होने के साथ झारखंड की पहचान का भी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि सरकारी विद्यालयों में खेल को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बच्चों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि उनकी प्रतिभा निखर सके।
खेल सुविधाओं की जरूरत
थाना प्रभारी बृज कुमार ने कहा कि यदि गढ़वा जिले के प्रत्येक प्रखंड में खेल मैदान और आवश्यक खेल किट उपलब्ध हो, तो यहां के बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। एपीओ कुलदीपक अग्रवाल ने भी गढ़वा की बढ़ती खेल प्रतिभा की सराहना की और कहा कि यहां के खिलाड़ी अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं।
विजेता टीमों का सम्मान
अंडर-17 बालक वर्ग में रामासाहू सी.एम. उत्कृष्ट विद्यालय गढ़वा ने संत जोसेफ उच्च विद्यालय बिश्रामपुर को 1-0 से हराकर विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया। वहीं अंडर-17 बालिका वर्ग में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गढ़वा ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रमना को 2-0 से हराकर खिताब जीता।
मुख्य अतिथि कैसर राजा ने विजेता और उपविजेता टीमों को मेडल, ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।



न्यूज़ देखो: खेल प्रतिभा के लिए बढ़ते अवसर
गढ़वा में इस तरह की प्रतियोगिताएं न सिर्फ खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं, बल्कि खेल संस्कृति को भी मजबूती देती हैं। शिक्षा विभाग और प्रशासन का सक्रिय सहयोग इस दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेल से मिलेगी नई उड़ान
खेल बच्चों के सर्वांगीण विकास का आधार है। हॉकी जैसे राष्ट्रीय खेल को प्रोत्साहन देकर हम न केवल नई पीढ़ी को स्वस्थ और अनुशासित बना सकते हैं, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का मौका भी दे सकते हैं। इस खबर को पढ़ने के बाद इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें और युवा खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाएं।