
#गिरिडीह #शिक्षा_प्रोत्साहन : ढिबरा उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को मिली कॉपी-किताब, अभिभावकों में खुशी
- गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड अंतर्गत दोंदलो पंचायत के ढिबरा उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित।
- मुखिया तुलसी महतो ने छात्र-छात्राओं के बीच कॉपी और किताबों का वितरण किया।
- कार्यक्रम में पंसस हेमंती देवी, वार्ड सदस्य सुनीता देवी, सावित्री देवी सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित।
- विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं की भी सक्रिय भागीदारी रही।
- शिक्षा के प्रति बच्चों में उत्साह और अभिभावकों में संतोष का माहौल।
गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड स्थित दोंदलो पंचायत में शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सराहनीय पहल सामने आई है। पंचायत के ढिबरा उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पंचायत की मुखिया तुलसी महतो ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं के बीच पाठ्य सामग्री (कॉपी-किताब) का वितरण किया। इस पहल से विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के चेहरे पर खुशी साफ झलकती नजर आई।
कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करना और यह सुनिश्चित करना था कि आर्थिक कारणों से किसी भी बच्चे की शिक्षा बाधित न हो। मुखिया तुलसी महतो ने बच्चों से संवाद करते हुए उन्हें नियमित रूप से विद्यालय आने, मन लगाकर पढ़ाई करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
शिक्षा को लेकर पंचायत की प्राथमिकता
पाठ्य सामग्री वितरण कार्यक्रम के दौरान मुखिया तुलसी महतो ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज की सबसे मजबूत नींव होती है। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर यह प्रयास किया जा रहा है कि सभी बच्चों को बुनियादी शैक्षणिक सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं। कॉपी-किताब जैसी छोटी लेकिन जरूरी सामग्री बच्चों की पढ़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को हरसंभव सहयोग देना पंचायत की जिम्मेदारी है, ताकि वे भी निजी विद्यालयों के छात्रों की तरह आगे बढ़ सकें। मुखिया ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें और उनकी पढ़ाई में रुचि लें।
जनप्रतिनिधियों की रही सक्रिय सहभागिता
इस कार्यक्रम में पंचायत स्तर के कई जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। पंचायत समिति सदस्य हेमंती देवी, वार्ड सदस्य सुनीता देवी, सावित्री देवी, ढालचंद महतो, डोली देवी, टिपणी देवी सहित अन्य गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया और बच्चों का उत्साह बढ़ाया।
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे प्रयास लगातार होते रहने चाहिए, ताकि ग्रामीण इलाकों के बच्चे भी आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि पंचायत भविष्य में भी शिक्षा से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता देगी।
शिक्षकों ने जताया आभार
विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने इस पहल के लिए मुखिया और पंचायत प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। शिक्षकों ने कहा कि पाठ्य सामग्री मिलने से बच्चों को पढ़ाई में सुविधा होती है और उनकी नियमित उपस्थिति भी बढ़ती है।
शिक्षकों के अनुसार, कई बार आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चे कॉपी-किताब के अभाव में पढ़ाई में पिछड़ जाते हैं। ऐसे में पंचायत द्वारा किया गया यह सहयोग बच्चों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा।
बच्चों में दिखा खास उत्साह
कॉपी-किताब पाकर बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला। कई बच्चों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब उन्हें नई कॉपी और किताब मिलने से पढ़ाई करने में और मजा आएगा। कुछ बच्चों ने यह भी बताया कि उन्हें घर से कॉपी लाने में दिक्कत होती थी, लेकिन अब स्कूल में ही सामग्री मिलने से समस्या दूर हो गई है।
अभिभावकों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे उनके बच्चों को पढ़ाई में मदद मिलेगी और उन पर आर्थिक बोझ भी कम होगा।
ग्रामीण शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में कदम
दोंदलो पंचायत में किया गया यह प्रयास ग्रामीण शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पंचायत स्तर पर यदि इस प्रकार की पहल नियमित रूप से होती रहे, तो निश्चित रूप से स्कूलों में नामांकन, उपस्थिति और शैक्षणिक स्तर में सुधार देखने को मिलेगा।
स्थानीय लोगों का मानना है कि जब जनप्रतिनिधि खुद विद्यालय पहुंचकर बच्चों के बीच सामग्री वितरित करते हैं, तो इससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है और शिक्षा के प्रति सकारात्मक माहौल बनता है।
न्यूज़ देखो: शिक्षा से ही बनेगा मजबूत समाज
दोंदलो पंचायत में मुखिया द्वारा किया गया पाठ्य सामग्री वितरण कार्यक्रम यह दर्शाता है कि यदि पंचायत स्तर पर इच्छाशक्ति हो, तो शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। छोटे प्रयास भी बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
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पढ़ेगा बच्चा, बढ़ेगा गांव
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