#जारी #ईदमिलादुन्नबी : मुस्लिम समुदाय ने गांव-गांव में नारे और नात के साथ जुलूस निकालकर पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन का पर्व मनाया
- जारी प्रखंड क्षेत्र के गोबिंदपुर, कमलपुर, तिगरा, जरडा, परसा और सीकरी गांवों में जुलूस निकाला गया।
- शुरुआत गोविंदपुर जामा मस्जिद से सलातो सलाम के साथ हुई।
- जुलूस में गूंजे नारे – “नारे तकबीर अल्लाहु अकबर”, “सरकार की आमद मरहबा”, “आका की आमद मरहबा”।
- छोटी बच्चियों ने बुर्का पहनकर नात पेश की, इमाम निजामुद्दीन कादरी और नौशाद आलम फैजी ने दरूद पाक पढ़ा।
- सुरक्षा हेतु थाना प्रभारी आदित्य कुमार और मजिस्ट्रेट विकास कुमार पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
- कार्यक्रम में जियारुल अंसारी, जाकिर खान, मंसूर खान समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
जारी प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी का जुलूस बड़े ही श्रद्धा और उल्लास के साथ निकाला गया। गोबिंदपुर, कमलपुर, तिगरा, जरडा, परसा और सीकरी गांवों से निकले जुलूस में भारी संख्या में मुस्लिम धर्मावलंबियों ने भाग लिया। शुरुआत गोविंदपुर जामा मस्जिद से सलातो सलाम के साथ हुई और कब्रिस्तान तक जुलूस संपन्न हुआ।
जुलूस की शुरुआत और कार्यक्रम
सुबह से ही लोगों का जमावड़ा गोविंदपुर जामा मस्जिद में लगना शुरू हो गया था। मस्जिद से सलातो सलाम के बाद जब जुलूस आगे बढ़ा तो सड़कें “नारे तकबीर अल्लाहु अकबर”, “सरकार की आमद मरहबा” और “आका की आमद मरहबा” जैसे नारों से गूंज उठीं।
इमाम निजामुद्दीन कादरी ने कहा: “ईद मिलादुन्नबी का यह पर्व हमें पैगंबर मोहम्मद की शिक्षाओं पर चलने और समाज में भाईचारा बनाए रखने की प्रेरणा देता है।”
नौशाद आलम फैजी और अन्य उलेमा ने दरूद पाक पेश किया। इस दौरान छोटी बच्चियों ने बुर्का पहनकर नात पेश की, जिसने माहौल को और भी भावुक और आध्यात्मिक बना दिया।
प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था
जुलूस में भीड़ और धार्मिक आयोजन को देखते हुए जारी थाना प्रभारी आदित्य कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे। वहीं, विकास कुमार को मजिस्ट्रेट ड्यूटी पर तैनात किया गया था। पुलिस बल की सतर्कता से जुलूस शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।
गणमान्य लोगों की मौजूदगी
इस अवसर पर सदर अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर जियारुल अंसारी, सचिव जाकिर खान, मंसूर खान, अयूब अंसारी, कैश रजा, अबरार खान, महताब खान, तनु खान, फराज खान, फैजान खान, तौसीफ़ कुरैशी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण और धर्मगुरु उपस्थित रहे।
जियारुल अंसारी ने कहा: “इस्लाम शांति और भाईचारे का पैगाम देता है, हमें इस दिन उसी संदेश को समाज तक पहुंचाना है।”
न्यूज़ देखो: धार्मिक उत्सव में भाईचारे का संदेश
जारी प्रखंड का यह जुलूस बताता है कि धार्मिक पर्व केवल आस्था का प्रतीक नहीं बल्कि सामाजिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश भी है। प्रशासन और समाज की साझी भागीदारी से कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
भाईचारे के रास्ते पर बढ़ें
ईद मिलादुन्नबी का पर्व हमें आपसी सहयोग और इंसानियत का सबक देता है। आइए इस अवसर पर संकल्प लें कि समाज में शांति, प्रेम और एकता बनाए रखेंगे। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और सौहार्द का संदेश आगे बढ़ाएं।