रांची में ज़मीन विवाद में बुजुर्ग की हत्या, चार गिरफ्तार — 6 लाख की सुपारी में की गई थी साज़िश

#रांची #जमीनविवादहत्या

सुपारी किलिंग में शामिल कुख्यात अपराधी अमन समेत चार अपराधी गिरफ्तार

31 मई की रात बुजुर्ग को घर से बुलाकर की गई निर्मम हत्या

रांची जिले के रातू थाना क्षेत्र अंतर्गत बांधलता टोंगरी में 65 वर्षीय बंधना उरांव की पत्थर से कूचकर की गई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें जमीन दलाल छोटू कच्छप, अघनु मुंडा, और लोहरदगा के कुख्यात अपराधी अमन लकड़ा उर्फ अनीश उरांव उर्फ लंबू, कैलाश उरांव शामिल हैं।

डेढ़ एकड़ ज़मीन को लेकर रची गई हत्या की साजिश

ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर ने बताया कि बंधना उरांव की रातू इलाके में डेढ़ एकड़ जमीन थी। उस ज़मीन को लेकर छोटू और अघनु ने सौदा किया था और 2.30 लाख रुपए अग्रिम में दिए। दोनों पक्षों के बीच एग्रीमेंट भी हुआ, लेकिन शेष राशि दिए बिना ही जमीन पर काम शुरू कर दिया गया। बंधना उरांव ने काम रुकवा दिया और स्पष्ट कहा कि बकाया राशि मिलने तक कोई काम नहीं होगा

6 लाख की सुपारी, एडवांस में ₹10,000 देकर करवाई हत्या

बंधना के विरोध से नाराज़ होकर छोटू और अघनु ने हत्या की साज़िश रची और इसके लिए लोहरदगा के कुख्यात अपराधियों अमन और कैलाश से संपर्क किया। छह लाख रुपए की सुपारी तय हुई, जिसमें से ₹10,000 एडवांस में दिया गया

“31 मई की रात छोटू ने अपराधियों को घर बुलाया और योजना बनाई। उसी रात बंधना को घर बुलाकर, बातचीत के बाद लौटते समय अपराधियों ने रास्ते में रोककर गला दबाया और पत्थर से हत्या कर दी।”

मोबाइल लोकेशन से हुए गिरफ्तार, अमन पर कई गंभीर मामले दर्ज

पुलिस टीम ने डीएसपी मुख्यालय टू अरविंद कुमार के नेतृत्व में मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स के आधार पर सभी आरोपियों को 5 जून को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया

ग्रामीण एसपी ने यह भी बताया कि—

“अमन लकड़ा कुख्यात अपराधी है, जिस पर लोहरदगा के पुसो, सिसई, मंडरा और कुडू थानों में हत्या, लूट जैसे संगीन मामलों में केस दर्ज है और वह कई बार जेल जा चुका है।”

न्यूज़ देखो: ज़मीन के लिए हत्या — अपराध की जड़ें गहरी हैं

‘न्यूज़ देखो’ ज़मीन विवादों से उपजे अपराधों पर पैनी नजर रखता है।
यह घटना बताती है कि कैसे बिना पारदर्शिता के ज़मीन के सौदे लोगों की जान तक ले सकते हैं।
पुलिस की सक्रियता और तकनीकी जांच से यदि समय पर कार्रवाई हो, तो कई हत्याएं रोकी जा सकती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

Exit mobile version