
#लातेहार #वोटरटर्नआउटसुधार : लातेहार समेत देशभर में चुनावी पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम — चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत साझा करने की प्रक्रिया को डिजिटल प्लेटफॉर्म ECINET के जरिए और अधिक पारदर्शी व तेज़ बनाने का फैसला किया।
- हर दो घंटे पर ECINET ऐप से अपलोड होगा मतदान प्रतिशत
- फॉर्म 17C की वैधानिक प्रक्रिया पहले की तरह जारी रहेगी
- VTR ऐप अब ECINET से सीधे जुड़ेगा, जिससे डेटा समय पर अपडेट होगा
- नेटवर्क नहीं होने पर ऑफलाइन एंट्री, कनेक्टिविटी आते ही होगा सिंक्रनाइज़
- मतदान केंद्र स्तर पर ही होगा रुझानों का एकत्रीकरण, पारदर्शिता में आएगा सुधार
मतदान रुझनों में देरी से निपटने की तैयारी
अब तक देश के अधिकांश मतदान केंद्रों पर टर्नआउट डेटा मैन्युअल रूप से एकत्र किया जाता था, जिसे सेक्टर अधिकारी फोन, एसएमएस या मैसेजिंग ऐप के माध्यम से ROs तक भेजते थे।
फिर मतदान प्रतिशत को VTR ऐप पर अपलोड किया जाता था, जिससे अक्सर 4 से 5 घंटे या उससे भी ज्यादा की देरी हो जाती थी।
इससे गलत धारणाएं और संदेह की स्थिति बनती थी। इसे सुधारने के लिए चुनाव आयोग ने नई ECINET प्रणाली को विकसित किया है।
ECINET ऐप क्या करेगा?
हर मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी (PRO) अब हर दो घंटे पर मतदान प्रतिशत को सीधे ECINET ऐप में दर्ज करेंगे।
इससे रुझनों में देरी कम होगी और डेटा निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर स्वतः एकत्र किया जाएगा।
मतदान समाप्त होने के बाद, मतदान केंद्र छोड़ने से पहले ही PRO ECINET में अंतिम turnout डेटा दर्ज करेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा: “टाइमबाउंड डेटा शेयरिंग से जनता का भरोसा और पारदर्शिता मजबूत होगी। यह बदलाव उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।”
नेटवर्क की समस्या नहीं बनेगी बाधा
चुनाव आयोग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जहां मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं होगा, वहां डेटा ऑफलाइन दर्ज किया जा सकेगा।
जैसे ही नेटवर्क उपलब्ध होगा, डेटा स्वतः सिंक्रनाइज़ हो जाएगा।
इससे लातेहार जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी सटीक रुझनों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
वैधानिक प्रक्रिया रहेगी यथावत
ECINET और VTR प्रणाली के बावजूद, 1961 के चुनाव संचालन नियम के तहत फॉर्म 17C देना अनिवार्य रहेगा।
पीठासीन अधिकारी मतदान समाप्त होने पर यह फॉर्म उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों को देंगे, ताकि वैधानिक दस्तावेजी प्रक्रिया प्रभावित न हो।
न्यूज़ देखो: पारदर्शिता की नई परिभाषा
ECINET ऐप और टर्नआउट डेटा की नई प्रक्रिया चुनाव आयोग के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की दिशा में बड़ा और स्वागतयोग्य कदम है।
लातेहार जैसे क्षेत्रों में, जहां संचार नेटवर्क की सीमाएं रही हैं, यह प्रणाली चुनावी पारदर्शिता में नई जान फूंकेगी।
अब कोई भी नागरिक हर दो घंटे पर सटीक मतदान प्रतिशत की जानकारी पा सकेगा, जिससे गलतफहमियों की गुंजाइश घटेगी।
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चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की यह कोशिश तब और कारगर होगी, जब हर मतदाता जिम्मेदारी से मतदान करे और दूसरों को भी प्रेरित करे।
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