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कोलेबिरा के अर्जुनटोली में पहली बार बिजली और पेयजल पहुंचा: ग्रामीणों ने विधायक विक्सल कोनगाड़ी के प्रति जताया आभार

#सिमडेगा #विकास : आजादी के 76 साल बाद जली पहली बार बिजली की लौ, गांव में खुशी की लहर

सिमडेगा: कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र के ठेठईटांगर प्रखंड अंतर्गत अर्जुनटोली गांव में गुरुवार को ग्रामीणों की ओर से विधायक विक्सल कोनगाड़ी के सम्मान में आभार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम गांव में पहली बार बिजली आपूर्ति और पेयजल सुविधा मिलने की खुशी में किया गया।

दशकों बाद गांव में रोशनी और पानी

चारटोली, अर्जुनटोली, झारियाटोली और पुराना टोली में आजादी के 76 साल बाद पहली बार बिजली पहुंची और चापाकल लगाकर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया गया। इस ऐतिहासिक पल ने गांव में उत्सव का माहौल बना दिया। ग्रामीणों ने गाजे-बाजे और फूल-मालाओं से अतिथियों का स्वागत किया और अपनी खुशी जाहिर की।

ग्रामीणों की खुशी और उम्मीदें

ग्रामीणों ने बताया कि वे लंबे समय से अंधेरे और पानी की किल्लत के बीच जीने को मजबूर थे। अब घरों में बल्ब जलने और साफ पानी उपलब्ध होने से बच्चों की पढ़ाई, रोजगार और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर नई उम्मीद जगी है। ग्रामीणों ने इसे उनके जीवन का ऐतिहासिक बदलाव बताया।

विधायक का संदेश और भविष्य की योजनाएं

हालांकि विधायक विक्सल कोनगाड़ी कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके प्रतिनिधि रावेल लकड़ा ने कहा कि विधायक क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।

रावेल लकड़ा ने कहा,
“बिजली और पेयजल की सुविधा पहला कदम है। आने वाले दिनों में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में भी ठोस कार्य किए जाएंगे। अर्जुनटोली जैसे दुर्गम इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ना विधायक की प्राथमिकता है।”

उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाएं और गांव को आदर्श स्वरूप देने में सहयोग करें।

कार्यक्रम में शामिल गणमान्य

इस अवसर पर प्रदेश सचिव अल्पसंख्यक कांग्रेस जमीर खान, कोलेबिरा विधानसभा युवा अध्यक्ष अमृत डुंगडुंग, जिला उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक जमीर हसन, पश्चिमी मंडल अध्यक्ष राकेश कोनगाड़ी, वार्ड सदस्य संजीता किड़ो और नीली रोस किड़ो, अल्पसंख्यक प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल वाहिद समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: 76 साल बाद गांव में आई रोशनी का संदेश

अर्जुनटोली और आसपास के गांवों में बिजली और स्वच्छ पेयजल पहुंचना केवल सुविधा नहीं, बल्कि विकास का प्रतीक है। यह दिखाता है कि यदि प्रतिबद्धता और इच्छाशक्ति हो तो दशकों की उपेक्षा के बाद भी बदलाव संभव है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

विकास की रोशनी से निखरेगा सिमडेगा

यह समय है कि हम सब इस बदलाव की सराहना करें और विकास कार्यों में अपनी जिम्मेदारी निभाएं। आप अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि और गांवों में भी विकास की यह रोशनी पहुंचे।

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