
#सिमडेगा #बिजलीसमस्या : राजाबासा पंचायत की ग्रामसभा में ग्रामीणों ने बिजली संकट उठाया, झामुमो नेता ने समाधान का आश्वासन दिया
- राजाबासा पंचायत में आयोजित विशेष ग्रामसभा में ग्रामीणों ने बिजली की गंभीर समस्या रखी।
- झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कांडुलना ने कहा कि समस्या के समाधान के लिए विद्युत विभाग से बात करेंगे।
- ग्रामीणों ने बताया कि बिजली 40-45 किलोमीटर घूमकर आती है, जबकि पावर हाउस महज 4-5 किलोमीटर दूर है।
- बैठक में झारखंड सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई।
- मौके पर झामुमो पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
राजाबासा पंचायत में आयोजित विशेष ग्रामसभा में बिजली समस्या को लेकर बड़ी बहस हुई। ग्रामीणों ने बताया कि जोराम पावर हाउस की दूरी केवल 4-5 किलोमीटर है, फिर भी बिजली की आपूर्ति चिराटोली फीडर के जरिए 40-45 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाकर होती है। इस कारण गांवों में बिजली की स्थिति बेहद खराब रहती है। बैठक में ग्रामीणों ने अपनी परेशानियां खुलकर रखीं।
बिजली संकट पर गूंजी आवाज
बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि खराब आपूर्ति के कारण बिजली अक्सर गुल रहती है, जिससे पढ़ाई और घरेलू कामकाज प्रभावित होता है। इस दौरान लोगों ने जोरदार आवाज उठाई कि पावर हाउस से सीधे कनेक्शन दिया जाए।
झामुमो नेता ने दिलाया भरोसा
ग्रामसभा में विशेष आमंत्रित झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कांडुलना ने समस्या की गंभीरता को समझते हुए कहा:
अनिल कांडुलना ने कहा: “आपकी समस्या जायज है। मैं कार्यपालक अभियंता से बात करूंगा और हर संभव प्रयास करूंगा कि जल्द समाधान हो।”
उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन और बिजली विभाग के समक्ष यह मुद्दा मजबूती से रखा जाएगा।
योजनाओं की जानकारी दी
इस मौके पर अनिल कांडुलना ने झारखंड सरकार की कई योजनाओं जैसे पेंशन, अबुआ आवास योजना, छात्रवृत्ति, कृषि योजनाएं आदि की जानकारी भी साझा की और लोगों को इनका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।
बैठक में बड़ी उपस्थिति
ग्रामसभा में मुख्य रूप से झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कांडुलना, केन्द्रीय समिति सदस्य नोवस केरकेट्टा, जिला कोषाध्यक्ष राजेश टोप्पो, मुखिया बसन्त समद, राजेश तिर्की, सिमोन कांडुलना, प्रीतम समद, मनोहर लुगुन के अलावा बड़ी संख्या में महिला-पुरुष ग्रामीण मौजूद रहे।

न्यूज़ देखो: बिजली व्यवस्था की सच्चाई उजागर
राजाबासा पंचायत की यह बैठक दिखाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सेवाएं अब भी चुनौतियों से घिरी हैं। पावर हाउस पास होने के बावजूद लंबा चक्कर बिजली आपूर्ति की लापरवाही को उजागर करता है। ऐसे मुद्दे तभी सुलझेंगे जब प्रशासन और जनता मिलकर आवाज उठाएंगे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मिलकर बदलें हालात
बिजली जैसी बुनियादी सुविधा सभी की जरूरत है। सजग नागरिक बनें, अपनी राय कमेंट करें, खबर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें और प्रशासन को जवाबदेह बनाने में सहयोग दें।