
#सिमडेगा #हाथी_हमला : कोनपाला पंचायत के कई गांवों में हाथियों का कहर, कांग्रेस नेताओं ने पहुंचकर दी राहत
- ठेठईटांगर प्रखंड के कोनपाला पंचायत के कई गांवों में हाथियों ने किया उत्पात।
- सर्पलता, भंवरखोल, केउंझीबेड़ा गांवों में कई घरों को पहुंचाई क्षति।
- कोलेबिरा विधायक नमन विकसल कोनगाड़ी ने तुरंत राहत कार्य के निर्देश दिए।
- बिपिन पंकज मिंज, फ्रांसिस बिलुंग, पीटर लकड़ा समेत कांग्रेस टीम ने किया दौरा।
- पीड़ितों को चावल, मसाला, फटाका आदि सामानों से तत्काल सहायता दी गई।
सिमडेगा जिले के ठेठईटांगर प्रखंड अंतर्गत कोनपाला पंचायत में हाथियों ने गुरुवार की रात कई गांवों में भारी नुकसान पहुंचाया। सर्पलता गांव के सुमन डुंगडुंग, भंवरखोल के सुखराम मांझी, और केउंझीबेड़ा के इमानुएल सुरीन के घरों को हाथियों ने तोड़ दिया। वहीं सर्पलता स्कूल टोली के स्कूल भवन का गेट भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया और मिड-डे मील का रखा हुआ अनाज बर्बाद हो गया।
राहत के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की तत्परता
घटना की सूचना ग्रामीणों ने पंचायत समिति सदस्य अमित एक्का और पंचायत अध्यक्ष अतुल बरला को दी, जिन्होंने तुरंत कोलेबिरा विधायक नमन विकसल कोनगाड़ी और प्रखंड प्रमुख बिपिन पंकज मिंज को जानकारी दी।
सूचना मिलते ही विधायक नमन विकसल कोनगाड़ी ने तत्काल राहत कार्य का निर्देश देते हुए कहा कि पीड़ित परिवारों से मिलें और यथासंभव सहायता करें।
विधायक नमन विकसल कोनगाड़ी ने निर्देश दिया:
“प्रभावित गांवों का तुरंत दौरा कर पीड़ितों को राहत पहुंचाई जाए और फॉरेस्ट विभाग को हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखने का आदेश दिया गया है।”
कांग्रेस नेताओं ने पहुंचाया राहत सामग्री
निर्देश मिलते ही प्रखंड प्रमुख बिपिन पंकज मिंज, सांसद प्रतिनिधि फ्रांसिस बिलुंग, विधायक प्रतिनिधि पीटर लकड़ा, पंचायत समिति सदस्य अमित एक्का, पंचायत अध्यक्ष अतुल बरला, राजा आलम सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ता प्रभावित गांवों में पहुंचे।
उन्होंने पीड़ित परिवारों को चावल, फटाका, मसाल बनाने का सामान और अन्य जरूरी वस्तुएं मुहैया कराईं।
ग्रामीणों को दिए हाथी भगाने के सुझाव
प्रखंड प्रमुख सह कांग्रेस नेता बिपिन पंकज मिंज ने ग्रामीणों से कहा कि
“हर सुख-दुख में माननीय विधायक नमन विकसल कोनगाड़ी आपके साथ हैं। हाथियों को भगाने के लिए विधायक जी ने फॉरेस्ट विभाग को भी निर्देशित कर दिया है।”
उन्होंने ग्रामीणों को व्यावहारिक उपाय बताते हुए कहा कि जब भी हाथी आने की सूचना मिले, तो सूखी लाल मिर्च और तंबाकू (खैनी) का चूर्ण बनाकर अंगूठी (अंगोर) में डालकर धुआं फैलाएं, ताकि हाथी घरों के पास न आ सके। साथ ही ग्रामीणों को यह सलाह दी गई कि महुआ या शराब (हड़िया) जैसी वस्तुएं घरों में न रखें, क्योंकि उनकी गंध से हाथी आकर्षित होते हैं।
कांग्रेस नेताओं ने जताया संवेदना और एकजुटता
कांग्रेसी प्रतिनिधियों ने कहा कि माननीय विधायक कोनगाड़ी रांची में एक जरूरी कार्यक्रम के कारण स्वयं नहीं आ पाए, लेकिन वे जल्द ही पीड़ित परिवारों से मिलेंगे और राहत कार्यों की निगरानी करेंगे।
ग्रामीणों ने कांग्रेस नेताओं के इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में उनके पहुंचने से उन्हें मानसिक बल मिला है।
मौके पर सांसद प्रतिनिधि फ्रांसिस बिलुंग, विधायक प्रतिनिधि पीटर लकड़ा, पंचायत समिति सदस्य अमित एक्का, पंचायत अध्यक्ष अतुल बरला, कोनमेंजरा पंचायत अध्यक्ष रेने टेटे, राजा आलम सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।

न्यूज़ देखो: जनता के बीच पहुंची कांग्रेस की संवेदना
हाथियों के हमले के बाद कांग्रेस नेताओं का त्वरित दौरा और राहत वितरण इस बात का प्रमाण है कि जनता के दुख-दर्द में कांग्रेस कार्यकर्ता तत्परता से साथ खड़े हैं।
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एकता और सजगता से ही बनता है सुरक्षित समाज
इस घटना ने यह संदेश दिया है कि आपदा के समय सामूहिक सतर्कता और आपसी सहयोग ही सबसे बड़ी शक्ति है।
अब समय है कि हम सब मिलकर वन्यजीव संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीणों की सुरक्षा के उपायों में भी सक्रिय भूमिका निभाएं।
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