
#महुआडांड #विजयादशमी : महुआडांड प्रखंड के विभिन्न ग्रामों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन श्रद्धा और भावनाओं के साथ सम्पन्न होगा
- महुआडांड प्रखंड के रामपुर, चटकपुर, हामी, राजडण्डा, चम्पा, बराही, करकट, बरदौनी सहित कई ग्रामों में मां दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार को किया जाएगा।
- प्रखंड मुख्यालय दुर्गा बाड़ी परिसर में शुक्रवार को प्रतिमाओं का सामूहिक विसर्जन होगा।
- रामपुर ग्राम के हिन्दू समाज के अध्यक्ष कमलेश यादव ने सभी ग्रामवासियों और श्रद्धालुओं को जुलूस में भाग लेने का आह्वान किया।
- आयोजन में उपस्थित होकर श्रद्धालु पुण्य लाभ और आस्था का अनुभव प्राप्त करेंगे।
महुआडांड प्रखंड में नवरात्र और विजयादशमी का महापर्व आज अपने अंतिम चरण में पहुँच रहा है। प्रखंड के विभिन्न ग्रामों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार को श्रद्धालुओं की भावपूर्ण उपस्थिति में किया जाएगा। इसके साथ ही प्रखंड मुख्यालय स्थित दुर्गा बाड़ी परिसर में कल शुक्रवार को भी सामूहिक विसर्जन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
विसर्जन के महत्व और तैयारी
नवरात्र और विजयदशमी के पावन अवसर पर देवी भगवती के विदाई जुलूस को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पर्व असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। महुआडांड प्रखंड के ग्रामवासियों में इस पर्व को लेकर गहरी आस्था और उत्साह देखने को मिल रहा है।
रामपुर ग्राम के हिन्दू समाज के अध्यक्ष कमलेश यादव ने कहा: “भगवती प्रतिमाओं के विसर्जन के जुलूस में भारी संख्या में सम्मिलित होने का आह्वान है। सभी सनातन धर्मावलंबियों से अनुरोध है कि मां के विदाई में उपस्थित होकर पुण्य के भागी बनें।”
ग्रामवासियों ने प्रतिमाओं की सजावट, विसर्जन की प्रक्रिया और जुलूस के मार्ग की तैयारी में सक्रिय भागीदारी की है। श्रद्धालुओं ने उत्सव के दौरान भजन, कीर्तन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से माता के प्रति अपनी भक्ति और प्रेम प्रकट किया।
विसर्जन का सामाजिक और धार्मिक संदेश
मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह समाज में एकता, सहयोग और सांस्कृतिक चेतना को भी प्रबल करता है। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने यह सुनिश्चित किया कि जुलूस सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न हो।
कमलेश यादव ने कहा: “मां दुर्गा के विदाई जुलूस में हर व्यक्ति की भागीदारी, श्रद्धा और सहयोग से ही यह महापर्व सजीव और सफल बनता है।”
न्यूज़ देखो: महुआडांड में विजयदशमी का उत्सव और समाज में भक्ति का संदेश
महुआडांड प्रखंड के विभिन्न ग्रामों में आयोजित विसर्जन कार्यक्रम यह दर्शाता है कि धार्मिक परंपराओं को संरक्षित रखते हुए समाज में भक्ति और आस्था का संचार कैसे किया जा सकता है। कमलेश यादव और ग्रामवासियों का सक्रिय सहयोग समाज में सामूहिक भावनाओं और एकजुटता की भावना को मजबूत करता है।
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भावपूर्ण श्रद्धा और सामाजिक सहभागिता का संदेश
नवरात्र और विजयदशमी केवल धार्मिक उत्सव नहीं हैं, बल्कि यह समाज में सहयोग, भक्ति और सांस्कृतिक चेतना को भी प्रबल करते हैं। अपनी आस्था और जिम्मेदारी को निभाते हुए हम सभी इस पर्व में भाग लें। अपनी राय साझा करें, इस खबर को अपने मित्रों और परिवार तक पहुँचाएँ और भक्ति, सेवा और समाज के प्रति योगदान की भावना को बढ़ावा दें।