
#पांडू #विद्यालय : शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मौन रखकर दी विदाई, आदर्शों पर चलने का लिया संकल्प
- राजकीयकृत +2 कल्याण उच्च विद्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित।
- प्राचार्य देवेश कुमार पाल की अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न।
- दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
- सभी ने उनके आदर्श और कार्यशैली को अपनाने का संकल्प लिया।
- शिक्षक-शिक्षिकाओं, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने दी भावपूर्ण विदाई।
विद्यालय में गुरुवार को एक भावनात्मक माहौल के बीच श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ, जिसमें शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों ने एक साथ मिलकर दिवंगत आत्मा को याद किया। यह सभा केवल विदाई का अवसर नहीं, बल्कि उन मूल्यों और आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प भी था, जिन्हें दिवंगत ने जीवनभर जिया।
विद्यालय परिसर में छाया मौन
गुरुवार सुबह विद्यालय के प्रांगण में सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और विद्यार्थी एकत्र हुए। सभा की शुरुआत प्राचार्य देवेश कुमार पाल की अध्यक्षता में हुई, जिन्होंने कार्यक्रम का संचालन भी किया। सबसे पहले दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान पूरा परिसर एक गहरे सन्नाटे में डूबा रहा, जहां हर व्यक्ति अपनी स्मृतियों में खोया था।
प्रेरणा और आदर्श का स्रोत
प्राचार्य देवेश कुमार पाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनका जीवन और कार्यशैली सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह भी बताया कि दिवंगत ने न केवल शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दिया, बल्कि अपने व्यवहार और सिद्धांतों से सभी का मार्गदर्शन किया।
प्राचार्य देवेश कुमार पाल ने कहा: “हम सभी उनके दिखाए मार्ग पर चलेंगे और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने का प्रयास करेंगे।”
विद्यार्थियों की संवेदनाएं
विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी अपनी भावनाएं साझा कीं। कई छात्रों ने कहा कि उन्होंने उनसे न केवल पढ़ाई, बल्कि जीवन जीने का सलीका सीखा। एक छात्र ने बताया कि उनका मार्गदर्शन हमेशा स्पष्ट और सहायक होता था, जिससे हर छात्र को आत्मविश्वास मिलता था।
शिक्षकों का संकल्प
शिक्षकों ने भी उनके योगदान को याद करते हुए शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाने का संकल्प लिया। सभी ने एक स्वर में कहा कि वे विद्यालय के वातावरण को ऐसा बनाएंगे, जहां विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके। यह संकल्प उस प्रेरणा का प्रतीक था, जो दिवंगत की स्मृतियों से सभी को मिली।

न्यूज़ देखो: शिक्षा के प्रति समर्पण की मिसाल
यह श्रद्धांजलि सभा न केवल एक औपचारिक कार्यक्रम थी, बल्कि शिक्षा के प्रति समर्पण और जिम्मेदारी की याद दिलाने वाला अवसर भी था। ऐसे लोग ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं, जिनके आदर्श पीढ़ियों तक प्रेरणा देते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आदर्शों की राह पर बढ़ते कदम
अब समय है कि हम सभी शिक्षा और संस्कार के महत्व को समझें और अपने जीवन में अपनाएं। ऐसे प्रेरणादायक व्यक्तित्व की याद में हम भी समाज को बेहतर बनाने के लिए कार्य करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें, ताकि यह संदेश और आगे पहुंचे।