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सिमडेगा में एनकॉर्ड बैठक, नशे के खिलाफ कड़ा एक्शन प्लान तैयार

#सिमडेगा #Narcotics : उपायुक्त की अध्यक्षता में ड्रग्स पर नकेल कसने की रणनीति — पुलिस-प्रशासन ने सख्त निर्देश जारी किए

सिमडेगा जिला प्रशासन ने नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया है। उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह की अध्यक्षता और पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी की उपस्थिति में समाहरणालय सभाकक्ष में नारकोटिक्स कॉर्डिनेशन समिति (एनकॉर्ड) की बैठक आयोजित हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में नशे के अवैध कारोबार को रोकने की रणनीति तैयार करना था।

नशे की रोकथाम पर सख्त निर्देश

बैठक में प्रभारी सामान्य शाखा पदाधिकारी ने पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए प्रशासन को कठोर कदम उठाने होंगे
उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर को दवा दुकानों की नियमित जांच करने और नशीली दवाओं की बिक्री और स्टॉक पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया। साथ ही, नियमित रिपोर्ट जिला स्तर पर प्रस्तुत करने और कार्रवाई का शेड्यूल तय करने का आदेश भी दिया।

उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा: “जिले में नशे के व्यापार में शामिल लोगों के खिलाफ किसी भी सूरत में सख्त कार्रवाई होगी। युवाओं को इस बुराई से बचाना हमारी प्राथमिकता है।”

स्कूल-कॉलेज के पास नशे की बिक्री पर सख्त रोक

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर परिधि में किसी भी प्रकार के मादक पदार्थ की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
साथ ही, रात के समय सार्वजनिक स्थलों पर नशे के सेवन की घटनाओं पर विशेष निगरानी और कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

पुलिस की रणनीति और भविष्य की कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्रों में नशे के खिलाफ हुई कार्रवाई की समीक्षा करने को कहा। उन्होंने आगे के लिए और कठोर कदम उठाने के स्पष्ट निर्देश दिए

एसपी एम. अर्शी ने कहा: “नशे के अवैध कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कार्रवाई तेज होगी और निगरानी सख्त।”

बैठक में अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र, जिला परिवहन पदाधिकारी संजय बखला, ड्रग इंस्पेक्टर, सभी थाना प्रभारी, अंचलाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: नशे पर सिमडेगा का सख्त वार

सिमडेगा प्रशासन का यह कदम नशे के खिलाफ एक मजबूत संदेश है। जिले में युवाओं को बचाने और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए ऐसे प्रयास जरूरी हैं। अब असली चुनौती इन निर्देशों को जमीनी स्तर पर लागू करने की है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

नशामुक्त समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं

नशे से मुक्त समाज बनाने के लिए प्रशासन, पुलिस और आम लोगों की संयुक्त जिम्मेदारी है। आप क्या सोचते हैं—क्या सख्ती से जिले में नशे का कारोबार खत्म होगा? अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

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