
#विशुनपुरा #अतिक्रमण_कार्रवाई : गढ़वा जिले के विशुनपुरा में मुख्य सड़क और लाल चौक के पास अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन ने 20 दिसंबर को जेसीबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
गढ़वा जिले के विशुनपुरा में मुख्य सड़क को अतिक्रमणमुक्त करने के लिए प्रशासन ने सख़्त रुख अपनाया है। अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी ने संयुक्त रूप से अतिक्रमणकारियों को 24 घंटे के भीतर कब्जा हटाने का अल्टीमेटम दिया है। तय समयसीमा के बाद 20 दिसंबर को जेसीबी से कार्रवाई की जाएगी। यह कदम सड़क जाम और आवागमन की समस्या से राहत देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
- विशुनपुरा मुख्य सड़क और लाल चौक से हटेगा अतिक्रमण।
- सीओ खगेस कुमार और थाना प्रभारी राहुल सिंह का संयुक्त अल्टीमेटम।
- 19 दिसंबर तक स्वयं अतिक्रमण हटाने का निर्देश।
- 20 दिसंबर को जेसीबी से सरकारी कार्रवाई।
- दुकानदारों से सरकारी खर्च की वसूली की चेतावनी।
- नाली के बाहर कब्जे से जाम और आवागमन बाधित।
गढ़वा जिले के विशुनपुरा में लंबे समय से चली आ रही अतिक्रमण की समस्या पर अब प्रशासन ने निर्णायक कदम उठाया है। मुख्य सड़क और लाल चौक के आसपास फैले अवैध कब्जों को हटाने के लिए प्रशासन ने सख़्त अल्टीमेटम जारी किया है। अंचलाधिकारी खगेस कुमार और थाना प्रभारी राहुल सिंह ने संयुक्त रूप से अतिक्रमणकारियों को 24 घंटे का अंतिम समय देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि तय अवधि में यदि कब्जा नहीं हटाया गया, तो 20 दिसंबर को जेसीबी से कार्रवाई की जाएगी।
19 दिसंबर तक स्वयं हटाने का निर्देश
प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मुख्य सड़क, लाल चौक और बैंक मोड़ के समीप स्थित सरकारी भूमि पर किए गए सभी प्रकार के अतिक्रमण को 19 दिसंबर तक स्वयं हटा लिया जाए। इसमें दुकानें, करकट, झोपड़ी, सीढ़ी, ठेला और अन्य अस्थायी निर्माण शामिल हैं। प्रशासन ने साफ शब्दों में कहा है कि इसके बाद किसी भी तरह की मोहलत नहीं दी जाएगी।
जेसीबी कार्रवाई की तिथि तय
अंतिम समयसीमा समाप्त होने के बाद 20 दिसंबर को सरकारी प्रक्रिया के तहत जेसीबी लगाकर अतिक्रमण हटाया जाएगा। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस कार्रवाई में पूरी सख़्ती बरती जाएगी और किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं होगी।
सड़क संकरी होने से बढ़ी परेशानी
अंचलाधिकारी खगेस कुमार ने बताया कि मुख्य सड़क पर नाली के बाहर किए गए अवैध कब्जों के कारण सड़क काफी संकरी हो गई है। इससे राहगीरों और वाहन चालकों को रोजाना भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अंचलाधिकारी खगेस कुमार ने कहा: “अवैध अतिक्रमण के कारण सड़क पर आए दिन जाम की स्थिति बन रही है। प्रशासन का उद्देश्य सड़क को सुगम, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाना है।”
आम जनजीवन हो रहा प्रभावित
स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्य सड़क पर अतिक्रमण के कारण पैदल चलना तक मुश्किल हो गया था। स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही थी। कई बार जाम की वजह से एंबुलेंस और अन्य जरूरी सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
खर्च अतिक्रमणकारियों से वसूला जाएगा
संयुक्त आदेश में यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि तय समय के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया गया और जेसीबी से कार्रवाई करनी पड़ी, तो उस पर आने वाला सरकारी खर्च संबंधित दुकानदारों और अतिक्रमणकारियों से वसूला जाएगा। प्रशासन ने साफ किया है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैंक मोड़ और लाल चौक पर विशेष निगरानी
प्रशासन ने विशेष रूप से बैंक मोड़ और लाल चौक के आसपास ठेला, झुग्गी-झोपड़ी और दुकानों को हटाने पर जोर दिया है। इन क्षेत्रों में पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके थे, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया, जिसके बाद अब अंतिम चेतावनी दी गई है।
कोचेया मोड़ से थाना मोड़ तक फैला अतिक्रमण
गौरतलब है कि कोचेया मोड़ से थाना मोड़ तक मुख्य सड़क पर लंबे समय से बड़े पैमाने पर अतिक्रमण फैला हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों से चली आ रही इस समस्या पर अब जाकर प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है।
लोगों में जगी राहत की उम्मीद
प्रशासन की सख़्ती के बाद क्षेत्रवासियों में राहत की उम्मीद जगी है। कई लोगों का कहना है कि यदि सड़क अतिक्रमणमुक्त हो जाती है, तो न केवल जाम की समस्या खत्म होगी, बल्कि बाजार और आवागमन भी अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित हो जाएगा।
दुकानदारों में मचा हड़कंप
अंतिम अल्टीमेटम जारी होते ही इलाके में हड़कंप मच गया है। कई दुकानदार और ठेला संचालक स्वयं ही अतिक्रमण हटाने की तैयारी में जुट गए हैं, ताकि जेसीबी कार्रवाई से बचा जा सके।
स्वेच्छा से हटाने की अपील
प्रशासन ने आम जनता और दुकानदारों से अपील की है कि वे स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाकर सहयोग करें, ताकि कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो और सड़क को जल्द से जल्द अतिक्रमणमुक्त किया जा सके।
मौके पर मौजूद रहे प्रशासनिक अधिकारी
इस दौरान प्रशासनिक कार्रवाई के समय अंचल निरीक्षक जय प्रकाश गुप्ता, अमीन नीरज चौबे, अंचल सहायक अमल सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी और कर्मी मौके पर उपस्थित रहे। अधिकारियों ने क्षेत्र का निरीक्षण कर अतिक्रमण की स्थिति का जायजा भी लिया।
न्यूज़ देखो: सख़्ती जरूरी पर संवेदनशीलता भी अहम
विशुनपुरा में अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई लंबे समय से जरूरी थी। सड़क और सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जे आम जनता के अधिकारों का हनन करते हैं। हालांकि प्रशासन के लिए यह भी जरूरी होगा कि कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था और मानवीय पहलुओं का संतुलन बनाए रखा जाए। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सबकी है जिम्मेदारी भी सबकी
सार्वजनिक सड़कें और सरकारी जमीनें निजी उपयोग के लिए नहीं होतीं। यदि समय रहते अतिक्रमण हटाया जाए, तो कठोर कार्रवाई की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप इस प्रशासनिक कदम को कैसे देखते हैं, अपनी राय कमेंट में साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और विशुनपुरा को सुरक्षित व सुगम बनाने की इस पहल में सहयोग दें।





