
#खूंटी #उद्यमिता_विकास : कर्रा प्रखंड में आयोजित उद्यम पंजीकरण सह जागरूकता कार्यक्रम से महिलाओं और युवाओं को मिला स्वरोज़गार का नया अवसर
- कर्रा प्रखंड में उद्योग विभाग खूंटी और WCSF CharitySpirit Foundation का संयुक्त कार्यक्रम।
- कुल 150 प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता, 50 का ऑन-द-स्पॉट उद्यम आधार पंजीकरण।
- डीडीएम नाबार्ड, मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग बोर्ड और उद्योग विभाग के प्रतिनिधि रहे मौजूद।
- ग्रामीण महिलाओं, युवाओं, स्वयं सहायता समूहों और छोटे दुकानदारों पर विशेष फोकस।
- पंजीकरण के बाद भी डिजिटल प्लेटफॉर्म, BillMart और बैंकिंग सहयोग का आश्वासन।
खूंटी जिले में स्वरोज़गार और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल सामने आई है। जिले के कर्रा प्रखंड में उद्योग विभाग, खूंटी एवं WCSF CharitySpirit Foundation के संयुक्त तत्वावधान में उद्यम पंजीकरण सह जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं, युवाओं, स्वयं सहायता समूहों और छोटे दुकानदारों को उद्यमिता से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना रहा।
कार्यक्रम ने न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यम पंजीकरण को लेकर जागरूकता बढ़ाई, बल्कि जिले में स्वरोज़गार और आर्थिक गतिविधियों को गति देने का मजबूत आधार भी तैयार किया।
150 प्रतिभागियों की भागीदारी, 50 का त्वरित पंजीकरण
आयोजन के दौरान कुल 150 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इनमें ग्रामीण महिलाएं, युवा, स्वयं सहायता समूहों की सदस्याएं और स्थानीय छोटे व्यवसायी शामिल थे। कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि 50 प्रतिभागियों का ऑन-द-स्पॉट उद्यम आधार पंजीकरण सफलतापूर्वक कराया गया।
शेष प्रतिभागियों से आवश्यक दस्तावेज एकत्र किए गए, ताकि उनकी पंजीकरण प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जा सके। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में औपचारिक उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और व्यावहारिक कदम मानी जा रही है।
अतिथियों ने बताया उद्यम पंजीकरण का महत्व
कार्यक्रम में डीडीएम, नाबार्ड, मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग बोर्ड तथा उद्योग विभाग के प्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। अतिथियों ने अपने संबोधन में उद्यम पंजीकरण से मिलने वाले लाभों, सरकारी योजनाओं, बैंकिंग सहयोग और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी।
डीडीएम, नाबार्ड ने कहा:
“ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में उद्यम पंजीकरण की अहम भूमिका है। स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण महिलाओं को सही मार्गदर्शन मिले तो वे आय वृद्धि के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में भी बड़ा योगदान दे सकती हैं।”
अधिकारियों ने प्रतिभागियों को यह भी बताया कि पंजीकृत उद्यमों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होती है और बैंकिंग सहायता भी सुगम होती है।
WCSF CharitySpirit Foundation की निर्णायक भूमिका
इस पूरे कार्यक्रम में WCSF CharitySpirit Foundation की भूमिका अत्यंत प्रभावशाली और केंद्रीय रही। फाउंडेशन की ओर से राज्य समन्वयक सुश्री प्रियंका कुमारी, संस्थापक श्री जितेंद्र कुमार वर्मा, प्रखंड समन्वयक सुश्री ऐलन गुड़िया एवं सुश्री शशि देवी, कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री जयचिंता गुड़िया तथा पंचायत महिला मित्र सुश्री रेखा देवी, सुश्री हेलेन बैक, सुश्री दसमि बारा और सुश्री प्रीति कश्यप ने आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया।
कार्यक्रम की स्वागत मंडली का नेतृत्व सुश्री हेलेन बैक द्वारा किया गया। इसके साथ ही कर्रा प्रखंड के सभी पंचायतों की पंचायत महिला मित्रों ने ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को उद्यम पंजीकरण के लिए प्रेरित करने में अहम भूमिका निभाई।
पंजीकरण के बाद भी मिलेगा निरंतर सहयोग
WCSF CharitySpirit Foundation ने स्पष्ट किया कि संस्था की भूमिका केवल उद्यम पंजीकरण तक सीमित नहीं रहेगी। पंजीकरण के बाद भी प्रतिभागियों को:
- व्यवसाय संचालन से संबंधित मार्गदर्शन
- रोजगार सृजन के अवसर
- डिजिटल मार्केटिंग की जानकारी
- BillMart सहित अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने की सुविधा
प्रदान की जाएगी, ताकि उनके उत्पादों को व्यापक बाजार मिल सके। इसके अलावा पात्र लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं और बैंकिंग सहायता से जोड़कर पूंजी उपलब्ध कराने में भी सहयोग किया जाएगा।
प्रतिभागियों में दिखा उत्साह
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने उद्यमिता से जुड़े कई व्यावहारिक सवाल पूछे, जिनका समाधान विभागीय अधिकारियों और WCSF टीम द्वारा विस्तार से किया गया। ग्रामीण महिलाओं और युवाओं में उद्यम पंजीकरण को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला, जो इस पहल की सफलता को दर्शाता है।
कई प्रतिभागियों ने कहा कि पहली बार उन्हें यह समझ में आया कि छोटे स्तर पर भी पंजीकृत उद्यम शुरू कर सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है।



न्यूज़ देखो: आत्मनिर्भर झारखंड की ओर मजबूत कदम
खूंटी जिले में आयोजित यह कार्यक्रम दिखाता है कि सही समन्वय और जमीनी स्तर पर काम करने से ग्रामीण उद्यमिता को नई दिशा मिल सकती है। WCSF CharitySpirit Foundation और उद्योग विभाग की यह पहल स्वरोज़गार और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अनुकरणीय मॉडल बन सकती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
उद्यम से आत्मनिर्भरता तक का सफर
जब महिलाओं और युवाओं को सही मार्गदर्शन मिलता है, तो बदलाव ज़मीनी स्तर पर दिखता है।
उद्यम पंजीकरण सिर्फ कागज़ी प्रक्रिया नहीं, बल्कि आर्थिक आज़ादी की पहली सीढ़ी है।
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