
#गिरिडीह #पर्यावरण : उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैठक अवैध खनन और नालों की सफाई पर निर्देश
- गिरिडीह उपायुक्त ने जिला स्तरीय पर्यावरण समिति की बैठक की अध्यक्षता की।
- बैठक में उसरी नदी संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया।
- अवैध बालू खनन, डंपिंग और स्टोन माइंस पर कार्रवाई के निर्देश।
- शहर के गंदे नालों की सफाई और फिल्टरिंग पर बल दिया गया।
- जिले में प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा हुई।
गिरिडीह में उपायुक्त महोदय की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला स्तरीय पर्यावरण समिति की अहम बैठक हुई। बैठक में पूर्व के दिशा-निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की गई और संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए।
उसरी नदी संरक्षण पर फोकस
बैठक का मुख्य केंद्र बिंदु उसरी नदी का संरक्षण रहा। उपायुक्त ने कहा कि नदी में अवैध बालू खनन, डंपिंग और स्टोन माइंस की गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया।
नालों की सफाई और गंदे पानी पर रोक
शहर में बहने वाले गंदे नालों के मुद्दे पर भी बैठक में गंभीर चर्चा हुई। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि नालों की नियमित सफाई की जाए और गंदे पानी को फिल्टर करने के बाद ही नदी में प्रवाहित किया जाए। इससे न केवल नदी का प्रदूषण कम होगा बल्कि शहर की सफाई व्यवस्था भी बेहतर होगी।
प्रदूषण नियंत्रण पर चर्चा
बैठक में पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े अन्य पहलुओं पर भी मंथन हुआ। उपायुक्त ने कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाने जरूरी हैं और इसमें सभी संबंधित विभागों का समन्वय होना चाहिए।
न्यूज़ देखो: पर्यावरण संरक्षण में प्रशासन की सक्रियता ज़रूरी
गिरिडीह में प्रशासन की यह बैठक बताती है कि पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण को लेकर गंभीर प्रयास हो रहे हैं। यदि इन निर्देशों का सही पालन किया जाए तो आने वाले समय में गिरिडीह का पर्यावरण और स्वच्छता स्थिति में बड़ा सुधार होगा।
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स्वच्छ गिरिडीह हर नागरिक की जिम्मेदारी
अब समय है कि हम सभी नागरिक भी प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाएं। पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार का काम नहीं बल्कि हम सबकी साझी जिम्मेदारी है। आइए, मिलकर नदियों को स्वच्छ और वातावरण को सुरक्षित बनाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता बढ़े।