
#गिरिडीह #राष्ट्रीयहिंदीदिवस : मेरा युवा भारत और ज्वाला सामाजिक संस्थान के सहयोग से विद्यार्थियों के बीच हिंदी निबंध प्रतियोगिता का आयोजन
- मेरा युवा भारत गिरिडीह और ज्वाला सामाजिक संस्थान, केन्दुआगढ़हा के संयुक्त प्रयास से राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई।
- मुख्य अतिथि के रूप में मोतिलेदा उप मुखिया कृष्ण कुमार उपस्थित रहे।
- प्रतियोगिता में रानी कुमारी को प्रथम, सोनम कुमारी को द्वितीय और कोमल वर्मा को तृतीय स्थान प्रदान किया गया।
- प्रतियोगिता के दौरान सभी विजेताओं को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- कार्यक्रम में अध्यक्ष पप्पू कुमार वर्मा, शिक्षक तानिया विश्वकर्मा, राज कुमार वर्मा, वर्षा कुमारी, शरदा कुमारी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
गिरिडीह में राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों में भाषा और साहित्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मेरा युवा भारत और ज्वाला सामाजिक संस्थान ने निबंध प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने अपनी लेखन क्षमता का प्रदर्शन किया और हिंदी भाषा के महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि मोतिलेदा उप मुखिया कृष्ण कुमार ने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया और कहा कि भाषा हमारी संस्कृति और पहचान की धरोहर है, इसलिए हिंदी को सशक्त बनाने के लिए युवाओं की भागीदारी अहम है।
प्रतियोगिता का आयोजन और पुरस्कार वितरण
प्रतियोगिता का उद्घाटन और संचालन संस्थान के सचिव रणधीर प्रसाद ज्वाला ने किया। उन्होंने बताया कि निबंध प्रतियोगिता में छात्रों ने बड़ी उत्साहपूर्ण भागीदारी की। आयोजन में प्रथम स्थान पर रानी कुमारी, द्वितीय स्थान पर सोनम कुमारी और तृतीय स्थान पर कोमल वर्मा रहे। सभी विजेताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
रणधीर प्रसाद ज्वाला ने कहा: “यह प्रतियोगिता छात्रों में हिंदी भाषा के प्रति लगाव और अभिव्यक्ति की क्षमता को बढ़ाने का एक प्रयास है। हम चाहते हैं कि युवा अपनी मातृभाषा से गर्व महसूस करें और इसे अपने जीवन में महत्व दें।”
कार्यक्रम में अध्यक्ष पप्पू कुमार वर्मा, शिक्षक तानिया विश्वकर्मा, राज कुमार वर्मा, वर्षा कुमारी, शरदा कुमारी समेत अन्य शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। उन्होंने इस अवसर पर छात्रों के उत्साह और प्रयास की सराहना की।
स्थानीय प्रतिक्रिया और महत्व
स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने इस आयोजन की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं में लेखन और भाषा के प्रति रुचि पैदा करते हैं। यह न केवल शैक्षिक विकास में सहायक है बल्कि बच्चों में सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना भी बढ़ाता है।
न्यूज़ देखो: राष्ट्रीय हिंदी दिवस पर युवा प्रतिभाओं का सशक्त मंच
इस आयोजन से यह संदेश जाता है कि भाषा और संस्कृति के संरक्षण में युवा सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मेरा युवा भारत और ज्वाला सामाजिक संस्थान ने यह साबित किया कि सही मंच और प्रोत्साहन से छात्रों में जागरूकता और क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
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युवाओं में संस्कृति और भाषा जागरूकता बढ़ाने का अवसर
हिंदी दिवस जैसे अवसर पर युवा अपनी प्रतिभा और लेखन कौशल से भाषा की महत्ता को प्रदर्शित करें। ऐसे कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी करें, अपनी राय साझा करें, इस खबर को सोशल मीडिया पर फैलाएं और समाज में जागरूकता बढ़ाने में योगदान दें।