#गिरिडीह #कांग्रेससंगठनविस्तार – जिला कांग्रेस कमिटी के निर्देश पर डुमरी प्रखंड कांग्रेस और विभिन्न मंडलों में नई नियुक्तियाँ, पूर्व मंत्री जे पी पटेल ने सौंपे नियुक्ति पत्र
- नागेश्वर मंडल एक बार फिर डुमरी प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए
- पांचों मंडलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति, कांग्रेस संगठन में आई नई ऊर्जा
- पूर्व मंत्री जे पी पटेल ने सभी को नियुक्ति पत्र देकर किया सम्मानित
- जिला अध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह की सहमति से हुई नियुक्तियाँ
- कार्यकर्ताओं में नई जिम्मेदारी मिलने से उत्साह का माहौल
संगठन सशक्तिकरण की दिशा में कांग्रेस का कदम
गिरिडीह जिला कांग्रेस कमिटी द्वारा संगठन को बूथ स्तर तक मज़बूत करने के उद्देश्य से डुमरी प्रखंड सहित क्षेत्र के विभिन्न मंडलों में कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। डुमरी प्रखंड कांग्रेस कमिटी की कमान एक बार फिर नागेश्वर मंडल को सौंपी गई है।
मंडल स्तर पर भी सशक्त टीम की घोषणा
डुमरी के पांच प्रमुख मंडलों के लिए कांग्रेस कमिटी ने नए अध्यक्षों की घोषणा की है:
- उत्तरी भाग मंडल अध्यक्ष: श्री गुणेश्वर मंडल
- पश्चिम भाग मंडल अध्यक्ष: श्री खुर्शीद अंसारी
- मध्य भाग मंडल अध्यक्ष: श्री अजीत स्वर्णकार
- दक्षिण भाग मंडल अध्यक्ष: श्री घनश्याम शर्मा
- पूर्वी भाग मंडल अध्यक्ष: श्री शिवा दास
इन सभी नेताओं को पूर्व मंत्री श्री जे पी पटेल के हाथों जिला अध्यक्ष श्री धनंजय कुमार सिंह के अनुमोदन पर नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
संगठन में जोश और प्रतिबद्धता का संचार
पूर्व मंत्री जे पी पटेल ने मौके पर कहा:
“संगठन के ये नए सिपाही कांग्रेस विचारधारा को घर-घर पहुंचाएंगे और आम जनता से सीधा संवाद बनाएंगे। डुमरी प्रखंड अब मजबूत नेतृत्व के साथ आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगा।”
कार्यकर्ताओं और नव-नियुक्त अध्यक्षों ने भी संगठन को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह और उत्सव का माहौल रहा।

न्यूज़ देखो: लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करती ऐसी नियुक्तियाँ
न्यूज़ देखो कांग्रेस पार्टी के इस सांगठनिक विस्तार को लोकतांत्रिक मजबूती का प्रतीक मानता है।
राजनीतिक दलों में नए नेतृत्व की भागीदारी और ज़मीनी स्तर पर संगठन का सक्रिय होना लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
राजनीति में नेतृत्व का विस्तार, जनता से जुड़ाव ही असली शक्ति
हर मंडल में सक्रिय और समर्पित नेतृत्व से न सिर्फ संगठन मजबूत होगा, बल्कि जनता की समस्याओं और अपेक्षाओं तक पहुंचने में भी आसानी होगी।
ऐसी नियुक्तियाँ ही संगठन को नई दिशा और ऊर्जा देती हैं।