
#सिमड़ेगा #रामरेखा_धाम : प्रशासनिक समन्वय के साथ पर्यटन एवं तीर्थ स्थल तक सुगम आवागमन, पेयजल, बिजली और मोबाइल नेटवर्क की समस्याओं के समाधान को लेकर ठोस पहल
- उपायुक्त सिमड़ेगा श्रीमती कंचन सिंह एवं पुलिस अधीक्षक एम अर्शी की अध्यक्षता में रामरेखा धाम में हुई उच्चस्तरीय बैठक।
- रामरेखा महोत्सव समिति द्वारा कराए गए ऑडिट का अवलोकन कर संभावित आवागमन मार्गों की मैप आधारित ट्रैकिंग।
- लालपुर से डाक बंगला एवं प्रशासनिक भवन तक पगडंडी मार्ग को आवागमन योग्य बनाने की संभावना पर आकलन।
- लालपुर एवं पालेडीह में पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर प्रशासन का फोकस।
- कादो पानी सड़क से कार्यक्रम स्थल तक नए संपर्क पथ के निरीक्षण से भीड़ प्रबंधन को लेकर ठोस योजना।
- पेयजल, विद्युत एवं मोबाइल टावर से जुड़ी समस्याओं के समाधान पर संबंधित विभागों को निर्देश।
सिमड़ेगा जिले के प्रमुख पर्यटन सह तीर्थ स्थल रामरेखा धाम में आगामी राजकीय रामरेखा महोत्सव को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय नजर आया। इसी क्रम में उपायुक्त सिमड़ेगा श्रीमती कंचन सिंह एवं पुलिस अधीक्षक एम अर्शी के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने रामरेखा धाम के वैकल्पिक मार्गों की ट्रैकिंग की और मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने को लेकर आवश्यक बैठक का आयोजन किया। यह बैठक डाक बंगला रामरेखा धाम परिसर में आयोजित की गई, जिसमें आवागमन, सुरक्षा, पेयजल, बिजली और मोबाइल नेटवर्क जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
प्रशासनिक समन्वय से सुगम आवागमन की रणनीति
बैठक का मुख्य उद्देश्य रामरेखा धाम आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए आवागमन को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना रहा। रामरेखा महोत्सव समिति द्वारा कराए गए ऑडिट का अवलोकन करते हुए प्रशासन ने संभावित विभिन्न रूटों की मानचित्र आधारित ट्रैकिंग की। इससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि महोत्सव के दौरान भारी भीड़ के बावजूद यातायात बाधित न हो और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो।
पगडंडी मार्ग को विकसित करने की संभावना
प्रशासनिक टीम ने रामरेखा ग्राम के लालपुर से डाक बंगला एवं प्रशासनिक भवन तक की पगडंडी का निरीक्षण किया। इस पगडंडी को आवागमन योग्य मार्ग के रूप में विकसित करने की संभावना का आकलन किया गया, जिससे श्रद्धालुओं को वैकल्पिक और सुगम मार्ग मिल सके। यह कदम न केवल भीड़ को नियंत्रित करने में सहायक होगा, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों के लिए भी सुविधा बढ़ाएगा।
पार्किंग व्यवस्था को लेकर ठोस योजना
महोत्सव के दौरान वाहनों की संख्या को देखते हुए लालपुर एवं पालेडीह क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर गंभीरता से विचार किया गया। प्रशासन का मानना है कि व्यवस्थित पार्किंग से जाम की समस्या से बचा जा सकेगा और आपात स्थिति में वाहनों की आवाजाही भी सुचारू बनी रहेगी।
प्रवेश और निकासी को लेकर विशेष निरीक्षण
राजकीय रामरेखा महोत्सव के कार्यक्रम स्थल में भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन ने विशेष ध्यान दिया। कार्यक्रम स्थल के दक्षिण दिशा में कादो पानी सड़क तक पहुंच पथ को जोड़ने की योजना पर निरीक्षण किया गया। इस नए संपर्क मार्ग से कार्यक्रम समाप्ति के समय भीड़ की निकासी में बड़ी सहूलियत मिलने की संभावना है।
पेयजल, बिजली और मोबाइल नेटवर्क पर फोकस
रामरेखा धाम परिसर में पेयजल व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति और मोबाइल कनेक्टिविटी लंबे समय से चुनौती बनी हुई है। बैठक में इन सभी समस्याओं पर गंभीर चर्चा की गई और संबंधित विभागों को समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए। विशेष रूप से महोत्सव के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति और मोबाइल नेटवर्क की उपलब्धता को लेकर प्रशासन सजग नजर आया।
वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी
आज की बैठक एवं नए रूट ट्रैकिंग में कई वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इनमें अनुमंडल पदाधिकारी प्रभात रंजन ज्ञानी, गोपनीय प्रभारी समीर रेनिर खलखो, पुलिस उपाधीक्षक रणवीर कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता मुकेश कुमार, कार्यपालक अभियंता विद्युत मनीष पूर्ति, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पलटू महतो, प्रखंड विकास पदाधिकारी पाकरटांड निशा तिर्की, संबंधित थाना प्रभारी, मुखिया, रामरेखा धाम के प्रधान संरक्षक दुर्गविजय सिंह देव, समिति के अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्य सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय प्रतिनिधि शामिल थे।
रामरेखा धाम को समग्र विकास की दिशा
प्रशासन का यह प्रयास स्पष्ट करता है कि रामरेखा धाम को केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि एक सुव्यवस्थित पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। आवागमन, सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण भविष्य में यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाएगा।
न्यूज़ देखो: प्रशासनिक सक्रियता से रामरेखा धाम को मिलेगा नया आयाम
रामरेखा धाम को लेकर जिला प्रशासन की यह पहल बताती है कि बड़े आयोजनों से पहले योजनाबद्ध तैयारी कितनी जरूरी है। आवागमन और सुविधाओं पर फोकस कर प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। यह कदम स्थानीय विकास के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
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विकास और व्यवस्था में सहभागिता का समय
रामरेखा धाम जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का विकास तभी संभव है, जब प्रशासन और समाज मिलकर जिम्मेदारी निभाएं। सुविधाजनक मार्ग, स्वच्छ वातावरण और सुरक्षित आयोजन हम सभी के सहयोग से ही संभव हैं।





