
#रांची #अस्पताल : लापरवाही के आरोप में परिजनों ने किया विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने संभाली स्थिति
- बरियातू स्थित आरपीएस अस्पताल में दो जुड़वा नवजात शिशुओं की मौत।
- परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया।
- रविवार को अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा हुआ।
- बरियातू थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
- मामला बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठे।
रांची। राजधानी के बरियातू इलाके में स्थित आरपीएस अस्पताल में रविवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब दो जुड़वा नवजात शिशुओं की मौत हो गई। इस घटना के बाद मृत बच्चों के परिजन आक्रोशित हो उठे और उन्होंने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा और विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों की लापरवाही और इलाज में देरी के कारण दोनों बच्चों की जान चली गई।
परिजनों का गुस्सा फूटा
घटना के बाद परिजन गुस्से में अस्पताल के भीतर और बाहर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने समय पर सही उपचार नहीं दिया और अस्पताल ने गंभीर स्थिति को नजरअंदाज किया। मृत बच्चों के पिता ने कहा कि यदि समय रहते उचित कदम उठाए जाते तो दोनों की जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस ने संभाली स्थिति
विरोध बढ़ने पर बरियातू थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझाकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई। हालांकि परिजन इस घटना की उच्चस्तरीय जांच और अस्पताल पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर उठे सवाल
इस घटना के बाद एक बार फिर निजी अस्पतालों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि शहर में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी कमजोर है, जिसके कारण इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आती हैं। लोगों का कहना है कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग को ऐसी घटनाओं पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में निर्दोष जिंदगियां न जाएं।
न्यूज़ देखो: मासूमों की मौत और अस्पतालों की जवाबदेही का सवाल
रांची की यह घटना स्वास्थ्य तंत्र पर गहरे सवाल खड़े करती है। जब जीवन बचाने वाले संस्थान ही लापरवाही से मासूम जिंदगियां गंवा रहे हों, तो यह समाज और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो।
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अब चुप्पी नहीं जवाबदेही जरूरी
अब वक्त आ गया है कि हम सब स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और जवाबदेही को लेकर सजग हों। आप भी अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि ऐसी घटनाओं पर मिलकर आवाज उठाई जा सके।