गुमला में खेत से लौटे परिजनों को मिला फंदे से लटका शव, आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस

#गुमला #आत्महत्या — घाघरा थाना क्षेत्र में 40 वर्षीय सहदेव मुंडा ने लगाई फांसी, परिवार और गांव में पसरा मातम

शाम को खेत से लौटे तो मिली दिल दहला देने वाली तस्वीर

गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के डुको गांव में सोमवार को उस समय सनसनी फैल गई जब लगभग 40 वर्षीय सहदेव मुंडा ने अपने घर में कंडी (कच्चे घर की छत की लकड़ी) में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना शाम करीब 4 बजे की बताई जा रही है, जब घर के सभी सदस्य खेत में काम कर रहे थे

खेत से लौटने पर दिखा फंदे का मंजर

परिजनों ने बताया कि जैसे ही वे खेत से लौटे, उन्होंने सहदेव को रस्सी से लटका हुआ देखा। यह दृश्य देखकर पूरे परिवार में कोहराम मच गया। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना घाघरा थाना पुलिस को दी।

पुलिस ने शव किया जब्त, आत्महत्या की वजह बनी पहेली

सूचना मिलते ही घाघरा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर थाना ले आई। आज सुबह पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर शव को पोस्टमार्टम हेतु गुमला अस्पताल भेज दिया। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है

न्यूज़ देखो: चुप्पी के पीछे छिपे दर्द को पहचानिए

गुमला की इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि मानसिक तनाव और अवसाद कितने खतरनाक हो सकते हैं, खासकर जब वे चुपचाप भीतर ही भीतर इंसान को तोड़ते हैं। सहदेव मुंडा की आत्महत्या ने परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है, लेकिन यह सवाल भी छोड़ गया है कि क्या उसके दर्द को समय रहते कोई समझ पाया? न्यूज़ देखो ऐसे मामलों को सामने लाकर समाज को जागरूक, संवेदनशील और सतर्क करने की कोशिश करता है।

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आत्महत्या नहीं, संवाद को बनाएं समाधान — सुनें, समझें, साथ खड़े हों

समाज में जब तक हम मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं देंगे, तब तक ऐसी घटनाएं रुकना मुश्किल है। आइए हम सब संवेदनशीलता के साथ अपने आसपास के लोगों की बात सुनें, उन्हें अकेला महसूस न होने दें। इस खबर को साझा करें, ताकि जागरूकता बढ़े और कोई और ज़िंदगी समय रहते बचाई जा सके

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