
#सिमडेगा #कृषि_विकास : ठेठईटांगर प्रखंड में एफपीओ के माध्यम से किसानों को मिला अनुदानित बीज, अगले सप्ताह तक सभी प्रखंडों में वितरण
- ठेठईटांगर प्रखंड में NTFP एफपीओ के माध्यम से किसानों को 50% अनुदानित दर पर चना और गेहूं बीज वितरित किए गए।
- जिला कृषि पदाधिकारी ने किसानों को रबी फसल की तैयारी हेतु प्रोत्साहित किया।
- अगले सप्ताह तक सभी प्रखंडों में लैंपस और एफपीओ के माध्यम से बीज उपलब्ध कराया जाएगा।
- किसानों को निकटतम लैंपस से अनुदानित बीज लेने की अपील की गई।
- वितरण कार्यक्रम में प्रखंड प्रमुख विपिन पंकज मिंज, मुखिया श्रीमती संगीता मिंज, सांसद प्रतिनिधि फ्रांसिस बिलुंग सहित कई अधिकारी उपस्थित।
सिमडेगा जिले के ठेठईटांगर प्रखंड में रबी मौसम की तैयारी के तहत किसानों के बीच चना और गेहूं बीज का वितरण शुरू कर दिया गया है। यह वितरण NTFP एफपीओ (Non Timber Forest Produce Farmer Producer Organisation) के माध्यम से जिला कृषि पदाधिकारी की देखरेख में किया गया। किसानों को यह बीज 50% अनुदानित दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे उन्हें कम लागत में फसल उत्पादन का लाभ मिल सके।
कृषि विभाग का पहल और किसानों की उम्मीद
कार्यक्रम के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य किसानों को रबी मौसम में गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराना है ताकि फसल उत्पादन और आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि आने वाले एक सप्ताह के भीतर जिले के सभी प्रखंडों में बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए लैंपस (LAMPs) और एफपीओ नेटवर्क को सक्रिय किया गया है।
जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा:
“किसान भाई अपने निकटतम लैंपस या एफपीओ से संपर्क कर रबी फसलों के लिए अनुदानित दर पर बीज प्राप्त कर सकते हैं। विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी किसान बीज से वंचित न रहे।”
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे समय पर बीज ले जाकर खेत की तैयारी करें ताकि रबी सीजन की फसलों की बुवाई समय पर हो सके।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति और सराहना
इस मौके पर ठेठईटांगर प्रखंड प्रमुख विपिन पंकज मिंज, मुखिया श्रीमती संगीता मिंज, और सांसद प्रतिनिधि श्री फ्रांसिस बिलुंग ने उपस्थित किसानों को संबोधित किया और कृषि विभाग की इस पहल की सराहना की।
उन्होंने कहा कि सरकार की यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे जिले में कृषि उत्पादन को नई गति मिलेगी।
प्रखंड प्रमुख विपिन पंकज मिंज ने कहा:
“हमारा प्रयास है कि हर किसान तक सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर पहुंचे। बीज वितरण से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सीधा बल मिलेगा।”
अधिकारी और कर्मियों की भूमिका
कार्यक्रम में कृषि निरीक्षक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक और एफपीओ के कर्मी भी मौजूद रहे। सभी ने किसानों को बीज चयन और बुवाई की वैज्ञानिक विधियों की जानकारी दी। किसानों को सलाह दी गई कि वे गुणवत्तापूर्ण बीजों का उपयोग कर फसल उत्पादन में सुधार लाएं और खेतों में जैविक तरीकों को अपनाएं।

न्यूज़ देखो: आत्मनिर्भर किसान की दिशा में ठोस कदम
सिमडेगा प्रशासन और कृषि विभाग की यह पहल बताती है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के केंद्र में अब किसान की वास्तविक जरूरतें रखी जा रही हैं। अनुदानित दर पर बीज वितरण न केवल किसानों की लागत घटाएगा बल्कि उन्हें नई ऊर्जा और आत्मविश्वास भी देगा।
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खेती में आत्मनिर्भरता ही सच्ची समृद्धि
कृषक वर्ग देश की रीढ़ है। जब किसान सशक्त होगा तभी राष्ट्र सशक्त होगा। रबी फसल की यह शुरुआत किसानों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है।
अब समय है कि हर किसान योजनाओं का लाभ उठाए, आधुनिक तकनीक अपनाए और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करे। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और खेती में जागरूकता फैलाएं।




