
#कोडरमा #कृषि_योजना : बिरसा भवन में हुआ कृषि यांत्रिकीकरण वितरण समारोह — महिला सखी मंडलों को भी मिला सशक्तिकरण का तोहफा
- बिरसा सांस्कृतिक भवन में हुआ कृषि यांत्रिकीकरण योजना का वितरण समारोह।
- डॉ० नीरा यादव, मनोज यादव, उपायुक्त ऋतुराज समेत कई गणमान्य हुए शामिल।
- वंदना, गुलाब, आरती और महादेव सखी मंडलों को मिला मिनी ट्रैक्टर।
- 15 किसानों को वितरित हुए सोलर पम्पसेट और पावर टीलर।
- 80% अनुदान पर मिला कृषि उपकरण — लाभुकों में दिखा उत्साह।
दीप प्रज्ज्वलन से शुरू हुआ समारोह, जनप्रतिनिधियों ने की किसानों की सराहना
कोडरमा के बिरसा सांस्कृतिक भवन में शुक्रवार को झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (भूमि संरक्षण निदेशालय) द्वारा कृषि यांत्रिकीकरण प्रोत्साहन योजना के तहत मिनी ट्रैक्टर, पावर टीलर और सोलर पम्पसेट वितरण समारोह का आयोजन हुआ।
समारोह का शुभारंभ कोडरमा विधायक डॉ० नीरा यादव, बरही विधायक श्री मनोज कुमार यादव, उपायुक्त श्री ऋतुराज, और जिला परिषद अध्यक्ष श्री रामधन यादव सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
कोडरमा विधायक डॉ० नीरा यादव ने कहा: “किसानों की उन्नति के लिए यांत्रिकीकरण आवश्यक है। सरकार हर ज़रूरतमंद किसान तक तकनीक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
महिला सखी मंडलों को मिला ट्रैक्टर, किसानों को मिला सशक्तिकरण का साधन
इस कार्यक्रम के अंतर्गत वंदना आजीविका सखी मंडल, गुलाब सखी मंडल, आरती सखी मंडल और महादेव सखी मंडल को 80 प्रतिशत अनुदान पर मिनी ट्रैक्टर और कृषि यंत्र उपलब्ध कराए गए। इससे ग्रामीण महिलाओं को सामूहिक खेती और आजीविका विकास में नया संबल मिला है।
साथ ही श्री मनोज कुमार यादव को पावर टीलर तथा कुल 15 अन्य किसानों को सोलर पम्पसेट एवं पम्पसेट वितरित किए गए, जिससे खेती की लागत में कमी और उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है।
उपायुक्त ऋतुराज ने कहा: “सरकार की कोशिश है कि किसान अब पारंपरिक खेती से आगे बढ़ें और आधुनिक संसाधनों का लाभ उठाएं।”
कृषि में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सार्थक कदम
झारखंड जैसे कृषि प्रधान राज्य में मिनी ट्रैक्टर, पावर टीलर और सोलर पम्पसेट जैसे यंत्रों का वितरण कृषि क्षेत्र में तकनीकी क्रांति लाने का संकेत है। इससे किसानों की श्रम लागत घटेगी, उत्पादन बढ़ेगा, और जलवायु-अनुकूल तकनीकों के प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा।
इस योजना से न केवल कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में सखी मंडलों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।

न्यूज़ देखो: तकनीकी सहारे से सशक्त हो रहा किसान
यह वितरण समारोह दिखाता है कि सरकारी योजनाएं जब ज़मीन तक पहुंचती हैं, तो उनका प्रभाव समाज के सबसे ज़रूरतमंद वर्गों तक होता है। कोडरमा के किसान और महिला सशक्तिकरण समूह अब बेहतर तकनीक से खेती कर सकेंगे, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित होगा। यह जनभागीदारी और सरकारी प्रयासों का प्रेरणादायक उदाहरण है।
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