
#चंदवा #किसानआंदोलन : फ्लाईओवर, फुटओवरब्रिज और अंडरपास निर्माण को लेकर किसानों का करारा व्यंग्यात्मक प्रदर्शन
- किसानों ने कफन ओढ़कर और गिरगिट की तस्वीर दिखाकर किया विरोध।
- टोरी रेलवे क्रॉसिंग जाम से लोगों की जिंदगी संकट में, मरीजों की मौत तक हो चुकी।
- फ्लाईओवर ब्रिज, फुटब्रिज और अंडरपास निर्माण की मांग उठी।
- नेताओं पर वादाखिलाफी और रंग बदलने का आरोप लगाया गया।
- किसानों ने प्रधानमंत्री, रेल मंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।
चंदवा। टोरी रेलवे क्रॉसिंग की समस्या और फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण की मांग को लेकर किसानों ने सोमवार को अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने कफन और गिरगिट का नाटक मंचन कर नेताओं की वादाखिलाफी और प्रशासन की लापरवाही पर करारा व्यंग्य किया।
कफन और गिरगिट से व्यंग्यात्मक संदेश
प्रदर्शन में किसान अपने हाथों में कफन और गिरगिट की तस्वीरें लिए हुए थे। कफन यह दर्शा रहा था कि रेलवे क्रॉसिंग जाम में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि गिरगिट नेताओं की तरह रंग बदलने और वादे तोड़ने का प्रतीक बना। किसान नेता अयुब खान के नेतृत्व में हुए इस आयोजन ने सैकड़ों लोगों को जोड़ते हुए बड़ी आवाज उठाई।
जनता त्राहि-त्राहि, नेताओं ने तोड़े वादे
स्थानीय लोगों ने कहा कि रेलवे फाटक 24 घंटे के ज्यादातर समय बंद रहता है, जिससे न केवल आम जनता परेशान है बल्कि एम्बुलेंस में मरीजों की मौत तक हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि फ्लाईओवर ब्रिज का शिलान्यास 3 अप्रैल 2021 को हुआ था और उस समय ₹43 करोड़ का बजट पास हुआ था, जो अब बढ़कर ₹119 करोड़ हो गया है, लेकिन अब तक निर्माण शुरू नहीं हुआ।
किसानों का कहना था कि नेताओं ने चुनाव जीतने के लिए मंचों से बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन जीत के बाद सब भूल गए। उनका आरोप था कि नेता गिरगिट से भी तेज रंग बदलते हैं और जनता को ठगते हैं।
किसानों की प्रमुख मांगें
किसानों ने स्टेशन अधीक्षक और अंचल निरीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए कई मांगें रखीं—
- टोरी चंदवा एनएच 99 न्यू 22 पर फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण शीघ्र शुरू किया जाए।
- टोरी स्टेशन के पश्चिम में बंद पड़े फुटओवरब्रिज का कार्य पूरा किया जाए।
- टोरी जंक्शन पर अंडरपास का निर्माण कराया जाए।
- टोरी जंक्शन से रांची और लोहरदगा के लिए नई एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएं।
- टोरी से आसपास गांवों तक पीसीसी सड़क निर्माण किया जाए।
जनसमर्थन के साथ हुआ विरोध
इस विरोध प्रदर्शन में पंचायत समिति सदस्य अयुब खान के साथ माकपा जिला सचिव रसीद मियां, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह, ग्राम प्रधान पचु गंझु समेत सैकड़ों ग्रामीण महिला-पुरुष शामिल हुए। महिलाओं ने भी कंधे से कंधा मिलाकर आवाज उठाई और कहा कि अब आंदोलन तेज होगा।

न्यूज़ देखो: आंदोलन से उठी जनता की कराह
टोरी रेलवे क्रॉसिंग जाम सिर्फ एक प्रशासनिक समस्या नहीं, बल्कि लाखों लोगों के जीवन और आजीविका से जुड़ा संकट है। किसानों का यह व्यंग्यात्मक नाटक नेताओं और प्रशासन के लिए चेतावनी है कि अब जनता वादों से नहीं, काम से संतुष्ट होगी।
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जनता की आवाज बने आंदोलन
अब वक्त है कि हर नागरिक फ्लाईओवर और सुविधाओं की मांग को अपनी आवाज बनाए। जागरूक जनता ही व्यवस्था को मजबूर कर सकती है कि वह समय पर वादे पूरे करे। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि आंदोलन और मजबूत हो।