#रांची #सरकारीयोजना : हेमंत सरकार ने 9600 करोड़ रुपये आवंटित कर लाभुकों को त्योहारों से पहले आर्थिक मजबूती देने की घोषणा की
- 50 लाख से अधिक महिलाएं सितंबर माह में मंईयां योजना की राशि पाएं।
- 11.75 लाख वृद्धा, विधवा और दिव्यांग लाभुकों को तीन माह की पेंशन एक साथ मिलेगी।
- 15 सितंबर के बाद खातों में राशि ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होगी।
- दीपावली और छठ से पहले अक्टूबर माह की राशि भी लाभुकों को दी जाएगी।
- योजना के लिए 9600 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया।
त्योहारों के इस मौसम में झारखंड सरकार ने आमजन के घर-आंगन में खुशियों की रोशनी बढ़ाने की तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत वृद्धा, विधवा व दिव्यांग पेंशन का लाभ एक साथ लाखों लोगों को मिलेगा। सितंबर माह में जहां 50 लाख से अधिक महिलाओं को मंईयां योजना की राशि दी जाएगी, वहीं 11.75 लाख से अधिक पेंशनधारियों को तीन माह की पेंशन का भुगतान किया जाएगा।
महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना
राज्य की महिलाएं इस योजना से सीधा लाभ उठा रही हैं। अगस्त माह में भी 50 लाख से अधिक महिलाओं को राशि मिली थी और अब सितंबर में भी यह मदद उनके खातों तक पहुंचाई जाएगी। दुर्गापूजा से पहले राशि ट्रांसफर होने से त्योहार की तैयारी आसान होगी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक मजबूती देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
पेंशनधारियों को बड़ी राहत
वृद्धा, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारियों को लंबे इंतजार के बाद एक साथ तीन माह की पेंशन मिलेगी। राज्य में कुल 11,75,646 पेंशनधारी हैं, जिनमें 8,99,076 वृद्धा पेंशन, 2,51,173 विधवा पेंशन और 25,397 दिव्यांग पेंशनधारी शामिल हैं। प्रत्येक पेंशनधारी को 3,000 रुपये की राशि दी जाएगी। यह भुगतान सितंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होगा।
समयबद्ध भुगतान की गारंटी
सामाजिक सुरक्षा निदेशालय ने जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 15 सितंबर के बाद राशि ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके अतिरिक्त अक्तूबर माह की राशि दीपावली और छठ से पहले खातों में पहुंचाई जाएगी। इससे लाभुक न सिर्फ त्योहार की तैयारियों में सहज होंगे, बल्कि आर्थिक चिंताओं से भी राहत पाएंगे।
योजनाओं के पीछे वित्तीय व्यवस्था
झारखंड सरकार ने इन योजनाओं को सफल बनाने के लिए 9600 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। यह राशि सीधे लाभुकों के बैंक खातों में ट्रांसफर होगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी। साथ ही निदेशालय ने जिलों से उन लाभुकों की जानकारी भी मांगी है जिन्होंने गलत तरीके से राशि पाई है, ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके।
जिलावार पेंशनधारियों की स्थिति
राज्य के विभिन्न जिलों में पेंशनधारियों की संख्या अलग-अलग है। रांची जिले में 66,244, धनबाद में 44,991, पलामू में 88,136, पूर्वी सिंहभूम में 59,688, हजारीबाग में 42,188, गुमला में 33,997 पेंशनधारी हैं। इसी प्रकार दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, रामगढ़, साहिबगंज, सरायकेला, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम में भी हजारों की संख्या में लाभुक मौजूद हैं। इस व्यापक कवरेज से पता चलता है कि यह योजना राज्य के हर कोने तक पहुंच रही है।
त्योहारों से पहले राहत का असर
त्योहार के मौसम में हर घर की आर्थिक जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। सरकार की यह पहल न केवल लोगों के बोझ को कम करेगी, बल्कि उनकी खुशियों को दोगुना भी करेगी। ग्रामीण इलाकों में जहां महिलाएं मंईयां योजना से जुड़ी हुई हैं, वहीं बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारियों के लिए यह मदद उनके जीवनयापन का आधार बनेगी।
न्यूज़ देखो: त्योहारों में खुशियों का भरोसा
झारखंड सरकार की यह पहल दर्शाती है कि यदि योजनाओं को सही समय पर लागू किया जाए तो समाज में विश्वास और उम्मीद दोनों पैदा होते हैं। लाखों परिवारों के खातों में सीधे राशि पहुंचने से पारदर्शिता बनी रहेगी और त्योहार की तैयारियों में किसी को परेशानी नहीं होगी।
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त्योहारों की असली खुशी तभी है जब समाज के सभी वर्गों तक मुस्कान पहुंचे। योजनाओं से मिली मदद का सही उपयोग करें और जागरूकता फैलाएं। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें और जिम्मेदारी की इस पहल को आगे बढ़ाएं।