#लातेहार #फाइलेरिया_उन्मूलन : स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर दवा पहुंचाने की बनाई योजना
- माननीय विधायक रामचन्द्र सिंह ने कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया।
- 10 से 25 अगस्त तक जिले में फाइलेरिया रोधी दवा का वितरण होगा।
- स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर छूटे हुए लोगों को दवा खिलाएंगे।
- जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
- अभियान का लक्ष्य लातेहार को फाइलेरिया मुक्त बनाना है।
लातेहार जिला में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (MDA-IDA 2025) का शुभारंभ शनिवार को सदर अस्पताल परिसर में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मनिका विधायक श्री रामचन्द्र सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करते हुए जिलेवासियों से अपील की कि सभी लोग इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं, ताकि लातेहार को फाइलेरिया मुक्त बनाया जा सके।
15 दिन का विशेष दवा वितरण अभियान
कार्यक्रम के तहत 10 से 25 अगस्त तक स्वास्थ्य विभाग की टीमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों में दवा का वितरण करेंगी। पहले चरण में अस्पताल, स्कूल, पंचायत भवन और सार्वजनिक स्थलों पर दवा दी जाएगी।
इसके बाद 11 से 25 अगस्त तक स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर उन लोगों को दवा खिलाएंगे, जो पहले चरण में किसी कारणवश वंचित रह गए हों।
जागरूकता वाहन से पहुंचेगा संदेश
कार्यक्रम में विधायक ने सदर अस्पताल परिसर से जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन पूरे जिले में घूमकर फाइलेरिया से बचाव के संदेश, दवा सेवन के महत्व और अभियान की तिथियों की जानकारी देगा।
फाइलेरिया उन्मूलन का संकल्प
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दवा सेवन से फाइलेरिया परजीवी का संक्रमण रोका जा सकता है और यह बीमारी की श्रृंखला को तोड़ने का सबसे प्रभावी तरीका है। जिले के प्रत्येक व्यक्ति तक दवा पहुंचाना इस अभियान की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य की दिशा में सामूहिक प्रयास
फाइलेरिया उन्मूलन का यह अभियान न केवल जनस्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि यह सामुदायिक भागीदारी का भी प्रतीक है। जब प्रत्येक नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाता है, तभी बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सकता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वस्थ समाज, सुरक्षित भविष्य
एक फाइलेरिया मुक्त लातेहार हमारे बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित भविष्य का वादा है। इस संदेश को अपने मित्रों, परिवार और पड़ोसियों तक पहुंचाएं, ताकि कोई भी व्यक्ति इस जीवनरक्षक दवा से वंचित न रह जाए। अपने विचार और सुझाव कमेंट में साझा करें।