
#गुमला #प्रधानमंत्री_मत्स्यसंपदा_योजना : उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने बसिया प्रखंड के कुम्हारी गांव में मत्स्य पालन गतिविधियों का निरीक्षण किया — ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में दिखा कारगर असर
- उपायुक्त ने कुम्हारी गांव में मछली पालन कार्यों का किया गहन निरीक्षण
- ग्रामीण महिला समूहों के प्रयासों की सराहना, फलदार वृक्ष लगाने का निर्देश
- अस्पताल, पोषण केंद्र, आंगनबाड़ी, पुस्तकालय और इनडोर स्टेडियम का भी किया निरीक्षण
- महिला समिति से संवाद करते हुए उपायुक्त ने आत्मनिर्भरता की सराहना की
- मत्स्य पालन से क्षेत्र में आर्थिक बदलाव, किसान छोड़ रहे परंपरागत खेती
कुम्हारी गांव में मछली पालन का बढ़ता प्रभाव
गुमला उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने शनिवार को बसिया प्रखंड के कुम्हारी गांव में
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत चल रहे मछली पालन कार्यों का निरीक्षण किया।
यहां ग्रामीणों—विशेषकर महिला समूहों—द्वारा बृहद स्तर पर मत्स्य पालन कर क्षेत्र में आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बदलाव लाया जा रहा है।
ज्योति लकड़ा, ओमप्रकाश साहू, लाखन सिंह जैसे मत्स्य पालकों ने उपायुक्त को बताया कि
20 से अधिक तालाबों में विभिन्न मछली प्रजातियों का बीज विकसित किया जा रहा है।
चारा मिल का संचालन भी किया जा रहा है, जिससे मछली पालन को वैज्ञानिक रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है।
फलदार पौधों के साथ तालाबों का संरक्षण
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया कि
“तालाबों के चारों ओर फलदार पौधे लगाए जाएं, जिससे पर्यावरण संरक्षण और अतिरिक्त आय का स्रोत दोनों विकसित हों।”
मत्स्य पालन से जुड़े किसान अब खेती छोड़कर इस व्यवसाय को प्राथमिकता दे रहे हैं, जिससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया है।
रेफरल अस्पताल में अव्यवस्थाओं पर नाराज़गी
बसिया रेफरल अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने महिला चिकित्सक और पीडियाट्रिक विशेषज्ञ की अनुपस्थिति पर चिंता जताई।
उन्होंने प्रभारी को निर्देशित किया कि
“स्थानीय नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा यहीं उपलब्ध हो, ताकि उन्हें सदर अस्पताल न जाना पड़े।”
एनबीएसयू, डायलिसिस यूनिट, लेबर रूम और ओपीडी का गहन निरीक्षण करते हुए उन्होंने आवश्यक सुधार के निर्देश दिए।
पोषण और शिक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
कुपोषण उपचार केंद्र में बच्चों की माताओं से बातचीत कर पोषण स्तर की जानकारी ली गई।
“बच्चों को पौष्टिक आहार मिलना सुनिश्चित हो और धात्री माताओं को भी उचित पोषण उपलब्ध कराया जाए।” — प्रेरणा दीक्षित
इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्र, लोंगा का निरीक्षण किया गया। अनुश्रवण समिति की नियमित बैठकें और बच्चों को पोषणयुक्त आहार देने पर जोर दिया गया।

पुस्तकालय और खेल सुविधा पर विशेष ध्यान
बसिया पुस्तकालय और इनडोर स्टेडियम का भी निरीक्षण किया गया।
विद्यार्थियों की संख्या कम मिलने पर उपायुक्त ने व्यवस्था सुधारने और बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने की बात कही।
उन्होंने बंद पड़े इनडोर स्टेडियम को चालू कर बैडमिंटन टूर्नामेंट कराने के निर्देश दिए।
धनसिंह जलाशय में महिला समिति की प्रेरणादायक भूमिका
धनसिंह जलाशय में महिला मत्स्य समिति के सदस्यों से संवाद करते हुए उपायुक्त ने उनकी आत्मनिर्भरता की सराहना की।
“आप सभी महिलाओं का सामूहिक रूप से मछली पालन करना प्रशंसनीय है। प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा।” — प्रेरणा दीक्षित
सुगंती बारला ने बताया कि
“मत्स्य पालन ने हमारे जीवन को बदला है। अब हम खुद पर निर्भर हैं और सम्मानपूर्वक जीवन जी रहे हैं।”

न्यूज़ देखो: ग्रामीण बदलाव की असली तस्वीर
कुम्हारी गांव और बसिया क्षेत्र अब मॉडल बनकर सामने आ रहे हैं, जहां योजनाएं सिर्फ कागज पर नहीं, ज़मीन पर दिख रही हैं।
गांव की महिलाएं और युवा मत्स्य पालन जैसे नवाचारों से न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं,
बल्कि पूरे समाज को आत्मनिर्भरता का रास्ता दिखा रहे हैं।
न्यूज़ देखो ऐसे सकारात्मक बदलावों की असली तस्वीर दिखाने और प्रशासनिक जवाबदेही को सामने लाने का काम करता रहेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आइए, ग्रामीण नवाचार और आत्मनिर्भरता को अपनाएं
मछली पालन जैसे स्थानीय व्यवसायों के जरिए बदलाव की लहर दौड़ रही है।
आप भी अपने क्षेत्र में ऐसी योजनाओं की जानकारी लें,
सरकारी मदद का लाभ उठाएं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
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